गोरखपुर (ब्यूरो)।आने वाले स्टेशन पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से दवा खरीद सकेंगे। इसके लिए रेलवे ने सस्ती और सुलभ जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने का डिसीजन लिया है। यह सुविधा पायलेट प्रोजेक्ट के तहत इंडियन रेलवे के 50 स्टेशनों पर शुरू किया जा रहा है। इसी क्रम में एनई रेलवे के गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ जंक्शन व काशीपुर स्टेशन पर 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रÓ खोले जाएंगे।

कम मूल्य की मिलेगी दवाएं

एनई रेलवे सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे प्रशासन की तरफ से स्टेशन पर आने व जाने वाले यात्रियों को सस्ती और सुलभ जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराए जाएंगे। इसी उद्देश्य से चिन्हित स्टेशनों पर 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रÓ स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इन औषधि केंद्रों पर रेल यात्री जनता को बहुत ही कम मूल्य पर जरूरत की दवाएं उपलब्ध कराएंगी। जिसके लिए उन्हें स्टेशन के बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

ई-नीलामी से आवेदन

इन औषधि केंद्रों का निर्माण रेलवे द्वारा 100-120 वर्ग फुट के चिन्ह्ति स्थानों पर ऐसी जगह किया जाएगा, जहां यात्री आसानी से पहुंच सके। 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रÓ बनाए जाने के लिए संबंधित मंडल द्वारा ई-नीलामी के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किया जाएगा। इसके कार्यान्वय के लिये मिशन मोड पर काम शुरु किया जाएगा। संबंधित रेल मंडलों द्वारा इसके लिए स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया अथवा कानकोर्स में स्थानों को चिन्ह्ति किया जाएगा।

फार्मा डिप्लोमा होना है जरूरी

- उन्होंने बताया कि स्टेशनों पर 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रÓ के संचालन के लिए आवेदकों को फार्मा डिप्लोमा/डिग्री धारक होना आवष्यक होगा अथवा इन कर्मचारी के पास फार्मा में डिप्लोमा होना चाहिए।

- इसके निर्माण के लिए राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, अहमदाबाद ने सभी स्टेशनों के लिए एक समान आउटलेट बनाए जाने की अवधारणा तैयार की है।

- इस केंद्र को चलाने के लिए आवंटी को तीन वर्ष का लाइसेंस दिया जाएगा।

- लाइसेंसधारी को रेलवे द्वारा निर्धारित मानकों एवं वैधानिक प्रावधानों का पालन करना होगा।

- रेलवे प्रशासन द्वारा 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रÓ योजना लागू करने से रेल यात्रियों को स्टेशनों पर सस्ती दवाएं उपलब्ध हो सकेगी।

- इसके साथ ही अनेक लोगों को इसके माध्यम से रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा।