-काले रंग के लावारिस झोले में रखे डिब्बे ने बढ़ाई मुसीबत

- डॉक्टर की सूचना पर पहुंची पुलिस

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मंगलवार की सुबह करीब 8.30 बजे ट्रामा सेंटर के बाहर बम मिलने की अफवाह पर हड़कंप मच गया। इमरजेंसी मेडिकल अफसर डॉ। प्रवीण सिंह ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को 100 नंबर पर दी। साथ ही डीएम को भी सूचित किया। सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई। गुलरिहा पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल में लग गई। इस दौरान पता चला कि झोले में कुछ भी नहीं था।

मच गई अफरा-तफरी

ईएमओ डॉ। प्रवीण सिंह सुबह ट्रामा सेंटर के बाहर निकले। ट्रामा सेंटर स्थित पर्ची काउंटर की खिड़की के पास एक कॉले रंग का झोला रखा था। उन्होंने बम होने की शंका जताते हुए फौरन इसके बारे में लोगों को अलर्ट किया। यह सूचना मेडिकल कॉलेज में आग की तरह फैल गई। चंद मिनटों में हेल्थ एंप्लाइज, डॉक्टर्स और तीमारदार अपने मरीजों को बाहर निकलने लगे। पुलिस टीम ने सक्रियता दिखाते हुए झोले को उठाया। पड़ताल में काले रंग के झोले के अंदर सिर्फ तार, प्लास्टिक का डब्बा और कागजता मिला।

तीमारदार रख गया था झोला

खोराबार एरिया के जगदीशपुर में 8 फरवरी की सुबह फिरोजाबाद के द्वारिकापुरी के रहने वाले ट्रक ड्राइवर भगवान दास सड़क हादसे में घायल हो गया। उसका इलाज मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में चल रहा है। उसकी देख-रेख घर का सदस्य सतपाल सिंह कर रहा है। मंगलवार की सुबह वह अपना झोला पर्ची काउंटर के पास रखकर किसी काम से बाहर चला गया। बाद में जब बम होने की सूचना मिली तो वह फौरन मौके पर पहुंच गया। उसने पुलिस से बताया कि पर्ची काउंटर के कोने में झोला भुलवस रखकर बाहर चला गया।

सबने ली राहत की सांस

एक घंटे के अफरा-तफरी के बाद जब सभी को पता चला कि झोले में बम नहीं है। तब जाकर डॉक्टर्स, हेल्थ एंप्लाइज, मरीज और तीमारदार ने राहत की सांस ली। हालांकि यहां दिन भर बम की सूचना की चर्चा गरम रही। सभी अपने-अपने कार्य में लग गए।

वर्जन

इस संबंध में हमें किसी ने कोई जानकारी नहीं दी है। सूचना मिली है तो पता लगाया जाएगा।

-डॉ। सतीश कुमार, प्रभारी प्राचार्य