-बीआरडी मेडिकल कॉलेज के नशा मुक्ति केंद्र में एडमिट किए जाएंगे मरीज

-शासन के निर्देश पर 15 बेड से मरीज की शुरू होगी आईपीडी

GORAKHPUR: नशे के आगोश में डूब रहे यंगस्टर्स के पैरेंट्स को अब टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। अब ड्रग्स एडिक्टेड को सीधे बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एडमिट करा सकेंगे। इस दौरान उन्हें फ्री ऑफ कास्ट इलाज के साथ-साथ फ्री ऑफ कास्ट ब्रेक फास्ट से लेकर भोजन भी कराया जाएगा। इसके लिए शासन की तरफ से 33 लाख का बजट रिलीज कर ि1दया गया है।

एक महीने के लिए भर्ती होगा ड्रग्स एडिक्टेड

आज तेजी के साथ युवा पीढ़ी नशे के आगोश में डूब रही है। गली चौराहे पर चेन स्मोकर्स की तादाद बढ़ रही है। इसे देखते हुए बीआरडी मेडिकल कॉलेज ने युवा या नशे के एडिक्टेड लोगों को एडमिट कर इलाज करने का बीड़ा उठाया है। जिसके लिए शासन ने 33 लाख का बजट रिलीज कर दिया है। बजट में बेड की व्यवस्था की जाएगी। मैन पावर बढ़ाएं जाएंगे। काउंसलर रखे जाएंगे, जो मरीजों की काउंसलिंग करेंगे। इन मरीजों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। साथ ही सिक्योरिटी गार्ड रखे जाएंगे। इसके साथ ही साथ पैरेंट्स की भी काउंसलिंग की जाएगी।

भेजा था डिमांड, िमली मंजूरी

बीआरडी मेडिकल कॉलेज से मिली जानकारी के मुताबिक, अभी तक बीआरडी मेडिकल कॉलेज के नशा मुक्ति केंद्र में सिर्फ मरीजों की काउंसलिंग की जाती थी। प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्र वाले मोटी फीस वसूलते थे। बढ़ते डिमांड को देखते हुए बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मरीज भर्ती करने के लिए डिमांड भेजा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।

एक साल में आए केस

- पान-मसाला गुटखा- 3546

- खैनी - 5456

- एल्कोहलिक - 2543

- स्मैक - 247

- गांजा - 127

- भांग - 43

नोट : यह सभी आंकड़े वर्ष 2019-20 के हैं।

क्या होगी फैसिलिटी

- काउंसलर

- डॉक्टर

- वार्ड ब्वॉय

- सिक्योरिटी गार्ड

- मरीजों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा

- फ्री ऑफ कास्ट फूड

वर्जन

शासन से 33 लाख का बजट आया है। नशा मुक्ति केंद्र में अब मरीजों को एडमिट किया जाएगा। बहुत जल्द प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। एक महीने तक मरीज को एडमिट कर इलाज किया जाएगा। साथ ही पैरेंट्स की काउंसलिंग की जाएगी। ताकि नशे के आगोश में डूबे लोगों को मुक्त कराया जा सके।

डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज