- उपद्रवियों से निपटने के लिए लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

- शीशा पर लगी लोहे की जाली, कैमरे से होगी निगरानी

GORAKHPUR: शहर में बवालियों की तलाश में पुलिस के व्हीकल भी मदद पहुंचाएंगे। फील्ड में निकली पुलिस टीम आसानी से उपद्रवियों को पहचान लेगी। हाल के दिनों में हुए हमलों से सबक लेते हुए शासन ने पुलिस की गाडि़यों को सीसीटीवी कैमरों से लैस करने का निर्देश दिया है। पुलिस अफसरों का कहना है कि सुरक्षा के लिहाज से गाडि़यों में लोहे की जालियां लगाई गई हैं। कैमरे के संबंध में निर्देश मिलते ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने िकया हमला

सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान कई जगहों पर भीड़ ने पुलिस पर हमले किए थे। इस दौरान पुलिस को भारी नुकसान उठाना पड़ा। 20 दिसंबर को शहर के कोतवाली एरिया के शाहमारूफ में नमाज पढ़कर लौट रहे कुछ लोगों ने जुलूस निकाला। प्रदर्शन में शामिल कुछ युवकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस कर्मचारियों पर हमले के दौरान बवाल हुआ। लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर पुलिस ने भीड़ को काबू किया। इस दौरान पुलिस कर्मचारी भी घायल हुए। उपद्रव को देखते हुए पुलिस की गाडि़यों पर शीशे की ओर जाली लगा दी गई। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि किसी तरह के बवाल में पुलिस की गाड़ी ही हमले का शिकार होती है।

वीडियो रिकार्डिग में आती है प्रॉब्लम

भीड़ वाली जगहों पर पब्लिक के साथ बातचीत, उनके उग्र प्रदर्शन की रिकार्डिग सुरक्षित रखने का निर्देश है। इसलिए हर पुलिस अधिकारी के साथ मौजूद पुलिस कर्मचारी मौके पर वीडियो बनाते हैं। लेकिन इससे काफी प्रॉब्लम होती है। अलग-अलग गुटों में बंटे लोग जब पुलिस को चकमा देते हैं। तो उनका ध्यान बंट जाता है। इसलिए उपद्रवियों की पहचान के लिए कैमरे की फुटेज काम नहीं आती। बाद में आसपास एरिया में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खोजी जाती है। वाहनों में सीसीटीवी कैमरे लगे होने से पुलिस टीम को फायदा मिलेगा। तत्काल की रिकार्डिग भी देखी जा सकेगी।

यह होगा फायदा

- पब्लिक प्लेस पर पुलिस हर गतिविधि की रिकार्डिग कर सकेगी।

- व्हीकल के आसपास पुलिस कर्मचारी भी कोई मनमानी नहीं कर सकेंगे।

- उपद्रवियों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद मिलेगी।

- कैमरे में लाइव स्टे्टस देखकर गाड़ी में बैठे पुलिस कर्मचारी माहौल को भांप सकेंगे।

- कैमरे 360 डिग्री के डाइमेंशन पर काम करेंगे। इससे चारों तरफ की रिकार्डिग बन सकेगी।

पुलिस पर हो चुके हैं हमले

20 दिसंबर 2019: कोतवाली एरिया के नखास में पब्लिक ने पुलिस पर हमला बोला, पथराव किया। एसपी की गाड़ी में तोड़फोड़ की।

20 सितंबर 2019: गुलरिहा एरिया के भटहट में पुलिस व्हीकल में तोड़फोड़, चौकी में आगजनी

21 जुलाई 2019: चिलुआताल एरिया में पशु तस्करों ने पुलिस पर हमला किया। दो सिपाही घायल हुए।

15 मई 2018: गगहा थाना पर भीड़ ने जमा होकर धावा बोला, पुलिस के वाहनों में तोड़फोड़

26 जून 2017: गुलरिहा एरिया के बड़हरिया में पुलिस टीम पर हमला, तोड़फोड़ करके फरार हुए आरोप

बॉक्स

गोरखपुर में जिले में कुल 28 पुलिस स्टेशन हैं।

कोतवाली, राजघाट, गोरखनाथ और तिवारीपुर ज्यादा संवेदनशील हैं।

पेट्रोलिंग के लिए हर थाना क्षेत्र को पुलिस जरूरत के अनुसार गाड़ी दी गई है।

गाडि़यों पर जालियां लगाई जा रही है। सीसीटीवी कैमरे की तैयारी चल रही।

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