गोरखपुर (ब्यूरो)। इस दौरान अधिकारियों ने डिसिजन लिया कि कुशीनगर, बिहार और देवरिया के लिए चलने वाली टैक्सी, बस अब नंदानगर से चलेंगी। साथ ही महाराजगंज जाने वाले टैक्सी बसें मेडिकल कॉलेज रोड से चलेंगी। यह दोनों स्टैंड एक अक्टूबर से लागू करने का सख्त निर्देश दिया गया है।

यूनिवर्सिटी चौक पहुंचे अफसर

सबसे पहले अफसरों ने डीडीयूजीयू कुलसचिव आवास के पास स्थित जमीन पर चलाए जा रहे स्टैंड का निरीक्षण किया गया। वहां मौजूद बस संचालकों से बातचीत भी की। इसके बाद अफसरों ने वहां की उबड़-खाबड़ जमीन को समतल करने लिए नगर निगम को निर्देशित किया गया। साथ ही सड़क के किनारे फुटपाथ पर अवैध तरीके से लगाए जा रहे ठेला-खोंमचा वालों को भी हटाने के लिए भी निर्देशित किया गया।

एआरएम को दिया निर्देश

इसके बाद सभी अफसर रोडवेज बस स्टैंड पहुंचे। यहां सड़क पर बेतरतीब रोडवेज की बसें खड़ी मिली। अफसरों ने बस स्टैंड का बारीकी से निरीक्षण करने पर पता चला कि अंदर काफी जमीन है। लेकिन, इस जमीन का सही उपयोग नहीं किया जा रहा है और बसे बाहर खड़ी की जा रही हैं। उन्होंने रोडवेज एआरएम को बुलाकर निर्देशित किया कि अंदर जमीन का समतल कराएं, ताकि सभी बसें अंदर खड़ी हो सकें। उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर इसके बाद भी बसें सड़क पर खड़ी मिली तो विभाग पर कार्रवाई की जाएगी।

सीसीटीवी से लैस कराएं रोडवेज

इसके अलावा अफसरों ने बस स्टेशन पर यात्रियों के लिए सुलभ शौचालय के निर्माण के लिए भी नगर निगम को निर्देशित किया। वहीं एडीजी ने सुरक्षा के लिहाज से यहां सीसीटीवी कैमरा लगवाने के निर्देश दिए। ताकि, सुरक्षा भी बनी रहे और यह भी पता चल सके कि कोई भी सवारी वाहन सड़क पर खड़ा ना हो सके।

टीबी अस्पताल के पास बनेगा स्टैंड

इसके बाद अफसरों ने कुशीनगर, बिहार और देवरिया जाने वाली बस/टैक्सी के लिए शहर के बाहर स्टैंड बनाए जाने पर भी विचार किया। इसके लिए अफसरों ने नंदा नगर क्षेत्र में टीबी अस्पताल के पास की जमीन का निरीक्षण किया। यह जमीन बस स्टैंड के लिए फाइनल की गई। अब नगर निगम इस जमीन को समतल कराकर बस स्टैंड/टैक्सी स्टैंड के रूप में विकसित करेगा। साथ ही यहां यात्रियों की सुविधा के लिए पानी, शौचालय आदि बुनियादी सुविधाओं को विकसित किया जाएगा।

बीआरडी के पास बनेगा स्टैंड

वहीं, महाराजगंज की तरफ से आने-जाने वाली बसों के लिए भी शहर से बाहर स्टैंड के लिए मेडिकल कॉलेज के पास स्थित खाली जमीन का निरीक्षण किया गया। इस जमीन को भी समतल कराकर बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएगी। इस बस स्टैंड तक आने-जाने के लिए ई रिक्शा की का उचित किराया भी तय किया जाएगा।