गोरखपुर (ब्यूरो)।एक बार फिर सीएम योगी आदित्यनाथ ने अवैध ढंग से संचालित स्टैैंड व गाडिय़ों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश तो दे दिया, लेकिन इसका असर खुद गोरखपुर की सड़कों पर नजर नहीं आ रहा है। रेलवे स्टेशन के अलावा मुख्य सड़कों पर जहां प्राइवेट बसों का कब्जा है, वहीं ऑटो और ई-रिक्शा की भी मनमानी बदस्तूर जारी है, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार नींद में हैं और अब तक एक्शन की शुरुआत भी नहीं हो सकी है।

नहीं कर पा रहे ठोस कार्रवाई

सिटी के आधी सड़कों पर वाहनों का कब्जा लगातार बना हुआ है। इसकी वजह से राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सीएम इसको लेकर निर्देश भी दे चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार इसको लेकर गंभीर नहीं हैं। अब तक अवैध स्टैंड को हटाने के लिए जिम्मेदार कोई ठोस कदम नहीं उठा पाएं हैं और न ही अब कार्रवाई की ही शुरुआत हुई है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब सिटी के कुछ चुनिंदा स्पॉट पर पहुंचकर रियल्टी चेक किया तो आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस और स्थानीय पुलिस के उदासीन रवैये की हकीकत सामने आई।

स्पॉट - रेलवे स्टेशन रोड

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम रेलवे स्टेशन रोड पहुंची तो वहां मौके पर करीब 9 प्राइवेट बसें एक साथ लगी हुई दिखाई दी। वह बिहार जाने वाले यात्रियों को बैठा रही थीं। इसके साथ ही ऑटो व ई-रिक्शा वाले अवैध ढंग से रेलवे स्टेशन गेट के सामने खड़े हुए नजर आए। लेकिन, चंद कदम दूर मौजूद रेलवे स्टेशन पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने न तो इन्हें हटाने की कोशिश की और न ही कुछ एक्शन ही लेते नजर आए। जबकि टीम ने वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मी से पूछा तो उनका कहना था कि उनकी तैनाती एसपी ट्रैफिक कार्यालय से अवैध रूप से संचालित हो रही गाडिय़ों की फोटो खींचने के लिए की गई है, बस हटाने की जिम्मेदारी नहीं है।

स्पॉट - यूनिवर्सिटी रोड

इसके बाद टीम यूनिवर्सिटी चौक से मोहद्दीपुर जाने वाली सड़क पर पहुंची तो वहां भी लाइन से तीन बसें खड़ी नजर आईं। बस पर न तो ड्राइवर दिखे और ना ही आसपास कोई इसका मालिक ही नजर आया। कुछ देर वहां रुकने पर भी कोई एक्शन लेता भी नजर नहीं आया। जबकि कुछ दिन पहले ही सीएम ने अवैध ढंग से खड़ी होने वाले गाडि़य़ों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी किए गए थे।

स्पॉट - कचहरी बस स्टेशन

कचहरी बस स्टेशन के ठीक सामने कमिश्नर ऑफिस है। बस स्टेशन से जहां रोडवेज की बसों का संचालन होना चाहिए। वहीं से प्राइवेट बस संचालक द्वारा बड़हलगंज के लिए सवारी भरी जा रही थी। जबकि टीम ने बस के ड्राइवर से पूछा तो उसने बताया कि बस चलाने का नियम नहीं है, लेकिन कुछ देर में हटा लेंगे।

फैक्ट फीगर .

- स्कूली बसों की संख्या - 2067

- प्राइवेट बसों की संख्या - 940

- रोडवेज बसों की संख्या - 470

- ई-रिक्शा की संख्या - 5791

- आटो - 25631

- टू व्हीलर - 661838

- फोर व्हीलर - 82636

- ट्रैक्टर-ट्राली - 28369

शासन के निर्देश के बाद ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई तेज कर दी है। सड़क पर वाहन खड़ी कर जाम लगाने और सवारी भरने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ। महेंद्र सिंह, एसपी ट्रैफिक

महानगर की सड़कों पर वाहन खड़ी कर सवारी भरने वाले और जाम लगाने वाले वाहन स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए लगातार अभियान चलाया जाएगा।

- वीके सिंह, आरटीओ प्रवर्तन