गोरखपुर (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से शनिवार को इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट (आईआईटी) सीजन-8 ऑर्गनाइज किया गया। स्टूडेंट्स के आईक्यू लेवल और उनकी इंटेलिजेंस परखने के लिए ऑर्गनाइज टेस्ट में 5वीं से 12वीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स ने सिटी में बने सेंटर्स पर हिस्सा लिया। एग्जाम देकर अपनी काबिलियत परखी। ऑफलाइन मोड में ऑर्गनाइज इस एग्जाम के बाद स्टूडेंट्स के चेहरे खिले नजर आए।

2 सेक्शन में आया था पेपर

इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट का पेपर दो सेक्शन में डिवाइड था। इसे सॉल्व करने के लिए स्टूडेंट्स को 120 मिनट का समय दिया गया। पहला सेक्शन मल्टीपल इंटेलिजेंस का था, जिसे 30 मिनट में सॉल्व करना था, इसमें कुल 40 सवाल थे। दूसरे सेक्शन में जनरल नॉलेज, इंग्लिश, मैथेमेटिकल एप्टीट्यूड और लॉजिकल रीजनिंग के कुल 60 सवाल पूछे गए, इन्हें सॉल्व करने के लिए उन्हें 60 मिनट का समय दिया गया।

निगेटिव मार्किंग से बचने किया दिमाग का इस्तेमाल

आईआईटी में क्लास फिफ्थ से 12वीं तक के स्टूडेंट्स को शामिल थे। पेपर भी इसी ढंग से तैयार कराया गया था कि स्टूडेंट्स के आईक्यू लेवल के साथ उनके इंट्रेस्ट के पार्टिकुलर सब्जेक्ट को भी परखा जा सके। इसमें माइनस मार्किंग भी रखी गई थी। इसके चलते स्टूडेंट्स ने इंट्रेस्टिंग सवालों को हल करने में खूब दिमाग का इस्तेमाल किया। टेस्ट के दौरान स्टूडेंट्स कई प्रश्नों को सॉल्व करते समय अपनी ओर से पूरी सावधानी बरत रहे थे।

पहली बार भरी ओएमआर शीट

टेस्ट देकर निकले कुछ स्टूडेंट्स ने बातचीत में बताया, उन्होंने पहले कभी भी ओएमआर शीट का यूज नहीं किया था। इसके साथ ही आईक्यू लेवल के प्रश्नों की भी स्टूडेंट्स ने खूब तारीफ की। उनका तर्क था कि इस टेस्ट में शामिल होने के बाद खुद का आकलन करने में आसानी होगी। उन्हें एहसास हुआ कि आगे की तैयारी किस पैटर्न पर की जा सकती है।

इन शैक्षणिक संस्थानों में हुआ आईआईटी

- आरपीएम एकेडमिक सिविल लाइन गोरखपुर

- स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज, सूरजकुंड

- एकेडमिक ग्लोबल स्कूल पादरी बाजार गोरखपुर

- गोयल क्लासेज, गीताप्रेस

- एसबी एकेडमी, नंदा नगर

- सनराइज कंप्यूटर, पादरी बाजार

- यूपीएस, बेल्कुर गगहा

- कम्पोजिट स्कूल सिक्टौर, खोराबार

- कम्पोजिट स्कूल जंगल अयोध्या प्रसाद

- प्राथमिक विद्यालय, दाउदपुर

- प्राथमिक विद्यालय, बहरामपुर, नगर

- कम्पोजिट जंगल पकड़ी, चरगांवा

- प्राथमिक विद्यालय राउरपाठशाला

- उच्च प्राथमिक विद्यालय, पचदेउरी, ब्रह्मपुर

यह एक बड़ा मौका है। जागरण समूह ने हमको ऐसा प्लेटफॉर्म दिया है, प्रश्न अच्छा आया था। जनरल नॉलेज के सवाल थोड़े टफ लगे। जबकि मल्टीपल के सवाल आसान थे, एग्जाम अच्छा आया है।

- शाहीन शमीम, आरपीएम एकेडमी

कई प्रश्न ऐसे थे, जिनके आंसर को लेकर कंफ्यूजन था। एग्जाम देने में काफी मजा आया। ओएमआर शीट भरना और नए ट्रेंड के सवाल सॉल्व करने से नया एक्सपीरियंस भी मिला।

- जोया अख्तर, एकेडमी ग्लोबल स्कूल पादरी बाजार

आईआईटी का पेपर काफी अच्छा आया था। सॉल्व करने के दौरान हर सवाल ने उलझाया, लेकिन हल भी जल्दी हो गए, जिस दिन से फॉर्म भरा था तभी से एग्जाम की तैयारी कर रहा था।

- रितेश, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज

कई प्रश्न ऐसे थे, जिनके आंसर को लेकर कंफ्यूजन था। पता चला कि माइनस मार्किंग भी है तो सावधानी बरतनी पड़ी। इसमें कोई शक नहीं कि एग्जाम देने में काफी मजा आया।

- सौम्या गुप्ता, गोयल क्लासेज

एग्जाम में कुछ क्वेशन तो काफी सरल थे, लेकिन कई ऐसे क्वेशन भी थे, जिसने टेंशन दी। इनको सॉल्व करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी, लेकिन फाइनली सब ठीक रहा।

- अंशिका राय, एसबी एकेडमी, नंदानगर

कुछ सवाल आसान थे। वहीं सांइस के क्वेश्चन टफ रहे। माइनस मार्किंग होने के कारण उन्हीं सवाल को सॉल्व किया जिनके आंसर आ रहे थे और मल्टीपल च्वॉयस के क्वेश्चन का लेवल काफी ठीक रहा।

उत्सव शर्मा, सनराइज कंप्यूटर सेंटर

दैनिक जागरण समूह की ओर से ऑर्गनाइज किया जाने वाला आईआईटी ़स्टूडेंट्स के लिए काफी अच्छा है। ऐसे एग्जाम से बच्चों में कॉम्प्टीशन की भावना आती है। ऐसे एग्जाम जो रैंक बच्चों को मिलती है, इसके हिसाब से वह आगे की तैयारी करते हैं।

- राजेश कुमार, डायरेक्टर, एकेडमिक ग्लोबल पादरी बाजार

इस तरह का एग्जाम हमेशा कराया जाना चाहिए। एग्जाम का पैटर्न कॉम्प्टीशन की तैयारी करने वालों के लिए काफी अच्छा है। वैसे भी कॉम्प्टीटिव एग्जाम में ओएमआर शीट का ही ऑप्शन मिलता है। इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट भविष्य की तैयारी का एक बेहतर विकल्प है।

- डॉ। अमित गोयल, डायरेक्टर, गोयल क्लासेज गोरखपुर

दैनिक जागरण आईनेस्ट की ओर कराया जा रहा आईआईटी एग्जाम से बच्चों को सीखने का एक अच्छा मौका मिला है, इस तरह के एग्जाम हमेशा कराया जाना चाहिए। अब सीबीएसई ने भी पैटर्न चेंज किया है, ओएमआर शीट भरके एग्जाम देने से बच्चों को भविष्य में इसका लाभ मिलेगा।

- गरिमा शाही, प्रधानाध्यापिका, प्राथमिक स्कूल दाउदपुर

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से कराए जा रहे आईआईटी टेस्ट प्रशंसनीय है। इससे उन्हें आगे बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में मदद मिलगी। बच्चे समय पर अपनी प्रतिभा को पहचान कर सही दिशा में आगे बढ़ेंगे। भारतीय स्टेट बैंक हमारे बच्च्चों का परीक्षा शुल्क प्रायोजित कर एक सराहनीय पहल की है। बिना आर्थिक सहयोग गवर्नमेंट स्कूल के बच्चे वंचित रह जाते।

कुंवर राघवेंद्र प्रताप सिंह, प्रिंसिपल, उच्च प्राथमिक विद्यालय, पचदेउरी, ब्रह्मपुर

इस तरह के टेस्ट कराने से बच्चों की प्रतिभा का विकास होता हैं और उन्हें अपनी वास्तविकताओं के बारे में पता चलता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की यह प्रयास काफी सराहनीय है। ऐसे टेस्ट निरंतर होते रहने चाहिए, बच्चों को भी इसमें हिस्सा लेना चाहिए।

- तनु शर्मा, डायरेक्टर सनराइज कम्प्यूटर सेंटर

जिन बच्चों ने इसमें हिस्सा लिया है, उनका बधाई। सभी स्कूल ऐसे कार्यक्रम में शामिल हों। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को इस इवेंट को कराने के लिए धन्यवाद। उनकी कोशिश से इतने बच्चों को अपना हुनर परखने का मौका मिला है।

- डॉ। शालिनी, प्रिंसिपल, कंपोजिट स्कूल, सिक्टौर

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आर्गनाइज इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट से बच्चों के उनके प्रतिभा का आकलन हो सकेगा। पेरेंट्स भी एग्जाम के रिजल्ट से अपने बच्चे के रुझान को जान सकेंगे। ऐश्प्रा को गर्व है कि इस एग्जाम में बच्चों को सहयोग करने का मौका मिला। आईआईटी एग्जाम में टॉप चार मेरिटोरियस जरूरतमंद स्टूडेंट को ऐश्प्रा गु्रप की ओर से एक-एक लाख रुपए की स्कॉलरशिप दी जाएगी।

- अतुल सराफ, डायरेक्टर, ऐश्प्रा ग्रुप