- गीतांजलि स्टोर पर पसरा सन्नाटा, सोशल मीडिया पर चल रही छापे की अफवाह

GORAKHPUR: पंजाब नेशनल बैंक में हुए साढ़े 11 हजार करोड़ के घोटाले की जांच की आंच गोरखपुर में भी पहुंच चुकी है। कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने वाले शहर के व्यापारी अब गहरी दुविधा में हैं। कस्टमर आ नहीं रहे हैं और उनकी दुकान पर बोर्ड गीतांजलि का ही लगा है। व्यापारी इसे पीएनबी घोटाले में डूबी रकम की भरपाई के लिए विभिन्न राज्यों में गीतांजलि ज्वेलर्स के कार्यालयों पर छापे की खबर का असर मान रहे हैं। शॉप ओनरं का कहना है कि घोटाले में सीधे गीतांजलि के प्रोपराइटर मेहुल चौकसी का नाम आने के कारण कंपनी के प्रोडक्ट की विश्वसनियता को भी संदिग्ध तौर पर देखा जा रहा है। यही वजह है कि शहर में गीतांजलि के स्टोर की बिक्री में भारी गिरावट हो गई है।

70 प्रतिशत डाउन हो गई सेल

घोटाले में मेहुल चौकसी का नाम आने के बाद से ही शहर में गीतांजलि के स्टोर पर सन्नाटा छाया हुआ है। हमेशा कस्टमर के साथ बातचीत में व्यस्त कर्मचारी बुधवार को खाली बैठे मिले। स्टोर के मैनेजर ने बताया कि गीतांजलि कंपनी के प्रोडक्ट अभी भी पहले की तरह ही विश्वसनीय हैं। लोग निसंकोच भाव से उनकी खरीदारी कर सकते हैं। हालांकि उन्हाेंने बताया कि घोटाले का काफी ज्यादा प्रभाव पड़ा है जिस कारण स्टोर के सेल में 70 प्रतिशत की गिरावट हो गई है।

बदल देंगे स्टोर का नाम

सेल कम होने के कारण स्टोर के कर्मचारी व मैनेजमेंट के लोगों में चिंता है। उनका कहना है कि ब्रांड के लिए ही हमने फ्रेंचाइजी ली थी। उनका कहना है कि अगर सेल यही रही तो हम स्टोर का टैग बदलकर किसी और कंपनी की फ्रेंचाइजी भी ले सकते हैं। गीतांजलि के स्टोर मैनेजर विशाल सिंह ने बताया कि कंपनी के प्रोपराइट का नाम आने के कारण सेल में तो फर्क आया है लेकिन स्टोर आर्थिक तौर पर पूरी तरह से आत्मनिर्भर है। साथ ही इसके प्रोडक्ट की क्वालिटी में भी कोई कमी नहीं है।

वर्जन

यह फ्रेंचाइजी स्टोर है। हमने गीतांजलि का केवल नाम लिया है। हालांकि इसी कारण से सेल में गिरावट हुई है। लेकिन स्टोर आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर है।

- विशाल सिंह, मैनेजर

गीतांजलि स्टोर