कमीशन के खेल में बढ़ा रेट

रेलवे सोर्सेज की माने तो 21 दिसंबर को बढ़ाए गए खानपान के मेनू लिस्ट से लोकल कंपनी के कांट्रैक्टर खुश नहीं थे। उन्हें रेलवे द्वारा बढ़ाए गए रेट से प्रॉफिट नहीं था जिसके चलते लखनऊ डिवीजन के आला अफसर पर कांट्रैक्टर दबाव बना रहे थे। इसी चक्कर में रेलवे प्रशासन ने भी जिस कंपनी के साथ कांट्रैक्ट किया था उसे खत्म कर दिया। अब रेलवे सिटी के गोरखनाथ स्थित राज किरन एंड कंपनी को आलू पेटीज और सैंडविच सप्लाई करने का जिम्मा सौंपा है। रेलवे कैटरिंग सोर्सेज से मिली जानकारी के मुताबिक, आलू पेटीज की सप्लाई दर 6.50 रुपए प्रति पीस 50 ग्राम व सैंडविज 8.50 पैसे प्रति पीस 65 ग्राम, टैक्स भी शामिल है।

कोट्स--

स्टेशन पर मैने पेटीज खरीदा तो मुझे दस रुपए का पेटीज मिला। जबकि पहले पेटीज का रेट सात रुपए था। कम से कम  रेलवे प्रशासन को रेट बढ़ाने से पहले सूचना तो देना चाहिए थी।

आशुतोष यादव, पैसेंजर

इंडियन रेलवे ने दिसंबर माह में खानपान के रेट को रिवाइज किया था। लेकिन पेटीज और सैंडविज का रेट दोबारा बढ़ाकर यात्रियों के जेब पर सीधे डाका डाला है। रेलवे प्रशासन को ऐसा नहीं करना चाहिए था।

पिंटू, पैसेंजर

दिसंबर माह में खानपान के रेट को रिवाइज किया गया था, लेकिन उसमें पेटीज व सैंडविज का रेट रिवाइज नहीं किया गया था। इसलिए रेट रिवाइज किया गया है।

अमित सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे