वार्ड नंबर - 68 पुराना गोरखपुर (पुराना वार्ड नंबर 65)

वार्ड की जनसंख्या - लगभग 28000

वार्ड में कुल वोटर - 11599

मेल वोटर्स - 6615

फीमेल वोटर्स - 4984

मोहल्ले - पुराना गोरखपुर, जाहिदाबाद, नौरंगाबाद, वजीराबाद, माली टोला, पांडेय टोला, गुप्ता टोला, कुम्हार टोला, गोरखनाथ मंदिर

GORAKHPUR: नगर निगम के वार्ड नंबर 65 पुराना गोरखपुर की भी कहानी दूसरे वार्डो सी ही है। यहां नालियों में कूड़ा नजर आता है तो इसकी वजह से नालियां चोक रहती है। इन सब वजह से बरसात के दिनों में सड़कों पर तो घंटों पानी लगा रहता है, वहीं आम दिनों में भी कई इलाकों की नालियां ओवरफ्लो कर जाती हैं। इन सब प्रॉब्लम को दूर करने के लिए जिस प्रतिनिधि को चुना गया, वह चुनाव जीतने के बाद से गायब है। इसकी वजह से यहां की कोई प्रॉब्लम जल्दी दूर नहीं हो पाती। सीएम आवास यानी गोरखनाथ मंदिर के ठीक सामने मौजूद होने के बाद भी इस वार्ड के लोग बुनियादी सुविधाओं से महरूम है।

हक आैर हकीकत

वॉटर लॉगिंग - 10/5

सीएम के घर से बिल्कुल सटे पुराना गोरखपुर वार्ड, जहां हल्की सी बरसात भी कई घंटे तक परेशानी बढ़ाने के लिए काफी है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम जब वार्ड में पहुंची तो वहां शोएब से मुलाकात हुई। शोएब ने बताया कि अभी सुबह ही बारिश हुई है, नतीजा आपके सामने है। हर जगह वॉटर लॉगिंग नजर आ जाएगी। पानी निकासी की प्रॉपर व्यवस्था न होने से यहां बरसात के बाद वॉटर लॉगिंग तो होनी तय है। घंटों पानी लगा रहता है, इसकी वजह से आने-जाने में काफी दुश्वारी होती है।

स्ट्रीट लाइट - 10/6

इसके थोड़ी दूर जाने पर गुलशन से मुलाकात हुई। उसने बताया कि इस वार्ड में स्ट्रीट लाइट की कंडीशन काफी खराब है। कहीं-कहीं रात में स्ट्रीट लाइट जलती रहती है, वहीं कहीं पूरा एरिया अंधेरे में डूबा रहता है। जिम्मेदारों से जब भी कहो, पहली बात तो वह मिलते नहीं, जब कहीं गलती से मिल भी गए तो सिर्फ कोरे आश्वासन देकर किनारा कर लेते हैं। इसकी वजह आज भी यहां के कई इलाके अंधेरे में डूब जाते हैं।

सड़क - 10/3

थोड़ी दूर बढ़ने पर सड़क पर गिट्टियां पड़ी नजर आई। जिनती दूर तक सिर उठाकर देखा, वहां तक सिर्फ गिट्टियां ही थीं। वहीं पास में किराने की सब्जी की दुकान खोले अलाउद्दीन ने बताया कि पहले तो कभी यह रोड बनी नहीं, लेकिन जब चुनाव करीब आ गया है, तो इसका काम शुरू हुआ है। मगर पिछले 15 दिनों से सिर्फ गिट्टी डालकर छोड़ दी गई है। अभी तो बारिश हुई है, इसलिए यहां धूल नहीं उड़ रही है, लेकिन आम तौर पर यहां दिन भर गाडि़यां गुजरती हैं, जिसकी वजह से धूल उड़ती रहती है। इससे यहां दुकान में बैठना दूभर हो जाता है।

सफाई - 10/5

बैठक महफूज ने बताया कि सफाई व्यवस्था की हालत तो और भी ज्यादा खराब है। लोग कूड़ा सड़कों पर ही फेंक देते हैं। वहीं, सफाई कर्मचारी आते ही नहीं है, जिससे सफाई की हालत काफी खराब है। वहीं सड़क पर गिट्टी पड़ी होने की वजह से यहां नालियां भी चोक हो गई हैं, जिसकी वजह से पानी निकासी नहीं हो पा रही है। दिन-भर कूड़े के ढेर पड़े रहते हैं। बारिश होने की वजह से कूड़ा पानी से साथ सड़कों पर फैल गया है।

आवारा जानवर - 10/4

वहीं बगल से जा रहे इरफान कैमारा देखकर वहीं रुक गए और कहने लगे कि यहां के बुजुर्ग और महिलाओं को हर वक्त आवारा जानवर का डर बना रहता है। सफाई ठीक से होती नहीं है, जिसकी वजह से आवारा जानवर वहीं कूड़े के ढेर के पास मौजूद रहते हैं। वहां से गुजरने वालों पर कभी-कभी धावा भी बोल देते हैं। पार्षद से मुलाकात ही नहीं होती कि उनसे अपना दुख कहा जा सके। आवारा जानवरों के डर वहां से गुजरने वाले लोगों के पास सीमित रास्ता बचता है, जहां से वह गुजर सकें।

वर्जन

पूरे वार्ड में सड़क की हालत ठीक नहीं है। कई जगह गड्ढे हो गए हैं। पिछले 15 दिनों से यहां गिट्टी डालकर छोड़ दी गई है, लेकिन कोई सड़क नहीं बना रहा है।

- अलाउद्दीन, व्यापारी

मोहल्ले में आवारा जानवर बहुत घूमते हैं, जिनकी वजह से यहां से जाने वाले बुजुर्ग और महिलाओं में डर बना रहता है। सड़क पर और कूड़ेदान से बाहर कूड़ा फेंका होने की वजह से अक्सर यहां आवारा जानवर खड़े रहते हैं।

महफूज अहमद, सेल्फ एंप्लायड

मोहल्ले में कूड़ा सड़कों पर पड़ा रहता है। सफाई कर्मी भी नहीं आते हैं कि थोड़ी सफाई हो जाए। बारिश के मौसम में काफी बुरा हाल रहता है। पार्षद तो ढूंढने पर नहीं मिलने की उनसे शिकायत की जा सके।

गुडि़या, हाउस वाइफ

यहां वॉटर लॉगिंग की समस्या तो आम है। हर बरसात में घंटों पानी लगा रहता है। आज बारिश हुई है, वार्ड के कई मोहल्लों में पानी लग गया है। यहां से गुजरना मुश्किल हो गया है।

- मुजीबुल्लाह, सेल्फ एंप्लायड

पार्षद जी जवाब दो -

नाम - विजय राज जायसवाल

क्वालिफिकेशन - ग्रेजुएट

कितनी बार से पार्षद - पहली

रिपोर्टर - सबसे बड़ी कंप्लेन यह है कि आप वार्ड में जाते ही नहीं हैं?

पार्षद - वार्ड में कुछ लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया था, इसके वजह से मैं सीमित एरिया में ही जाता हूं।

रिपोर्टर - मोहल्ले में पिछले कई दिनों से गिट्टी पड़ी हुई है, लेकिन सड़क नहीं बन रही है?

पार्षद - बिना नाली की सड़क का इस्टीमेट बनाया गया है। सड़क बन जाएगी तो इसके बाद पानी निकासी की व्यवस्था न होने से फिर यह टूटने लगेगी। इसके लिए जिम्मेदारों को लेटर भेजा गया है, नाली अप्रूव होने के बाद काम शुरू हो जाएगा।

रिपोर्टर - कई सड़कों में गड्ढे हैं, लेकिन अब तक इन्हीं ठीक नहीं कराया गया?

पार्षद - सिवाए पार्षद फंड के और कोई फंड नहीं मिला। अप्रैल 2016 में मैने प्रस्ताव बनाकर दिया, लेकिन अब तक प्रस्ताव पास नहीं हो सका है। जिम्मेदारों के उदासीन रवैये की वजह से यह प्रॉब्लम आ रही है।

रिपोर्टर - सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है, इसके लिए आपने क्या किया?

पार्षद - यहां व्यवस्था ठेकेदार के जिम्मे है। वह ठीक से सफाई कराते नहीं है, जिसकी वजह से मोहल्ले में गंदगी बनी रहती है। ठेकेदारों का आरोप है कि उन्हें एक्स्ट्रा पैसे खर्च करने पड़ते हैं, जिसकी वजह से सीमित सफाई कर्मी से ही काम कराना पड़ रहा है।