गोरखपुर (ब्यूरो).सिटी के बेतियाहाता स्थित हनुमान मंदिर के पास रहने वाला युवक डेंगू पीडि़त मिला है। युवक हाल ही में हैदराबाद से लौटा है। एलाइजा जांच में डेंगू की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आई। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। युवक के घर के सदस्यों के सेहत की जांच की। सभी स्वस्थ मिले। डेंगू पीडि़त युवक भी पूरी तरह स्वस्थ है। इसके बाद टीम ने आसपास के घरों में जांच की। पड़ोस के दो घरों में डेंगू के लार्वा मिले हैं। उन्हें नष्ट कराया गया। टीम ने फौरन दोनों घरों के स्वामियों को नोटिस दिया है। इसके अलावा टीम ने वहां पर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया। फॉगिंग कराई। कॉलोनी के लोगों को जागरूक किया है।

वहीं, क्षेत्र के सिलहटा मुण्डेरा के टोला पूर्नहीया निवासी महिला बुखार से पीडि़त थीं। उसे इलाज के लिए गोरखनाथ चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। एलाइजा जांच में डेंगू की तस्दीक हुई। जिसकी सूचना मिलते ही सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश कुमार चौबे दलबल के साथ महिला के घर पहुंचे। महिला की सेहत पहले से काफी बेहतर थी। फिर भी विभाग की टीम ने उसके सेहत की जांच की। गांव में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया। इस दौरान सहायक मलेरिया अधिकारी चन्दप्रकाश मिश्र, एमई प्रवीण पाण्डेय, पीएचसी के रामपुकार तिवारी, अभिषेक पासवान मौजूद रहे। यहां जांच में छह घरों में डेंगू के लार्वा मिले। उन्हें मौके पर ही नष्ट कराया गया। सभी घरों के स्वामियों को टीम ने नोटिस दिया।

अब तक मिले 13 मरीज

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ। अंगद कुमार सिंह ने बताया कि जिले में अब तक 13 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। एलाइजा जांच से इसकी तस्दीक हुई है। इसमें सिर्फ 6 मरीज ऐसे रहे, जिनको डेंगू जिले में हुआ। सात मरीजों की ट्रैवेल हिस्ट्री है। उन्हें डेंगू दूसरे जिले में हुआ था। वह बीमार होने के बाद शहर में लौटे। इंसेफेलाइटिस से पीडि़त एक मरीज में भी डेंगू की पुष्टि हुई है। इन सभी मामलों के निरोधात्मक कार्यवाही की जा रही है। अब तक 11 आवासों पर नोटिस दी जा चुकी है। जिले में इस वर्ष 8275 स्थानों पर सोर्स रिडक्शन हुए, जहां मिले लार्वा को नष्ट कराया गया।