गोरखपुर (ब्यूरो)।इससे जहां बॉडी का इम्युनिटी पॉवर कम हो रही है, वहीं ब्लड सर्कुलेशन भी प्रभावित होने लगा है। सरकारी अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 150 से 200 पेशेंट्स आ रहे हैं, जिन्हें बुखार की शिकायत है। इसमें से अधिकांश का प्लेटलेट्स काउंट गिरकर एक लाख के नीचे पहुंच जा रहा है। 12000 तक प्लेटलेट्स के केस भी सामने आए हैं। विशेषज्ञ मरीजों के इलाज के साथ उन्हें दवा और घरेलू उपचार बता रहे हैं।

कमजोर हो जाती है इम्युनिटी

डॉक्टर्स की मानें तो मानसून में इम्युनिटी बहुत ज्यादा कमजोर पड़ जाती है। जिसकी वजह से सीजनल बुखार, खांसी, जुकाम हो सकता है। इस मौसम में डेंगू का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। जिसमें प्लेटलेट्स गिरने से मरीज की जान भी जा सकती है। इसके शुरुआती लक्षण आम बुखार से बिल्कुल अलग होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करने पर प्लेटलेट्स कम होने की नौबत आ सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो का मच्छर काटने के चार से सात दिन के भीतर लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। ये लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं और डेंगू वायरल से संक्रमित सभी व्यक्तियों को लक्षणों का एक ही सेट अनुभव नहीं होता। अगर आपको डेंगू की बीमारी का शक है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

लक्षण

तेज पेट दर्द, उल्टी

सांस लेने में दिक्कत

सिर चकराना

बुखार आना

नाक और मसूड़ों में ब्लड निकलना

थकान, बेचैनी, लिवर में सूजन उल्टी या मल में ब्लड आना

आंखों में दर्द, सिर दर्द और स्किन एलर्जी शामिल हैं।

बचाव

घरों के आसपास पानी एकत्रित ना होने दें

घर के आसपास बड़ी झाडिय़ां या घांस हो तो उसके भी कटवा दें

सप्ताह में कूलर, फूलदान, पशु व पक्षियों के बर्तन को साफ करें

पुराने टायर, डिस्पोजल कप, कबाड़ में पानी जमा न होने दें

पानी के बर्तन व टंकी की पूरी तरह ढक कर रखें

नाली व गमलों में पानी जमा न होने दें

खिड़की पर जाली लगाएं व मच्छरदानी का प्रयोग करें

मच्छर के काटने से बचें, पूरे बाजू के कपड़े पहनें

बीते सालों में आए डेंगू केस

वर्ष कुल केस

2017 11

2018 25

2019 114

2020 09

2021 67

2022 318

2023 244