-कोरोना से ज्यादा खतरनाक बना कोरोना का डर, निगेटिविटी को न आने दें पास

-आसपास के लोगों को मोटिवेट करें, उनसे कहें डरें नहीं, सतर्क रहें

केस-1

गुलरिहा एरिया के सरहरी की रहने वाली एक महिला की शनिवार की सुबह मौत हो गई। वह दो दिनों से सर्दी, जुकाम से पीडि़त थी। शुक्रवार को उसने चौराहे पर एक डॉक्टर से दवा ली। तभी उसे किसी ने बताया कि कोरोना के लक्षण लग रहे हैं। रात में महिला की अचानक मौत हो गई। शनिवार की सुबह मौत की सूचना लोगों को मिली तो मोहल्ले में दहशत फैल गई। काफी देर तक महिला की बॉडी पड़ी रही। बाद में पहुंचे रिश्तेदारों ने किसी तरह से महिला का अंतिम संस्कार कराया।

केस दो

शाहपुर एरिया के पादरी बाजार में रहने वाले मटरू का निधन दो दिन पहले हो गया। घर में बेटी अकेली थी। दाह संस्कार के लिए मोहल्ले के लोग आगे नहीं आए। किसी ने इसकी सूचना आजाद पांडेय को दी। शुक्रवार सुबह पादरी बाजार पहुंचे आजाद ने अपनी टीम संग मिलकर मटरू का अंतिम संस्कार कराया।

यह दो केस यह बताने के लिए काफी हैं कि कोरोना संक्रमण सामाजिक ताने-बाने पर चोट पहुंचा रहा है। कहीं इसकी दहशत किसी की जान चली जा रही है। वहीं कहीं किसी की जान जाने के बाद बॉडी उठाने वाले नहीं मिल रहे। ऐसे माहौल में अपने साथ-साथ अपने दोस्तों-रिश्तेदारों, पड़ोसियों का मनोबल बढ़ाने की जरूरत है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने इस मामले में डॉक्टर्स और एक्सप‌र्ट्स से बातचीत की। उनका कहना है कि पैनिक होने से परेशानी बढ़ेगी। मनोबल से कोरोना को मात दे सकेंगे।

इन उपायों से दूर करें डर

1. खुद को रखें बिजी

अपने आपको ज्यादा से ज्यादा बिजी रखने की कोशिश करें। घरेलू कामों में हाथ बंटाएं। फैमिली मेंबर्स के साथ इंवॉल्व होने की कोशिश करें।

2. दोस्तों से बांटें यादें

पुराने दोस्तों को कॉल करें और उनसे पुरानी यादें ताजा करें। कॉलेज और स्कूल टाइम की मस्ती को याद करें। इस दौरान निगेटिव बातें करने से बचें।

3. अपने शौक पूरे करें

हर किसी को कुछ न कुछ करने का शौक होता है। ऐसे में जबकि कोरोना के चलते आपके पास समय है तो अपने शौक पूरे कर डालें। म्यूजिक, डांस सीखें। किताबें पढ़ें।

4. गार्डन में समय बिताएं

यह मानी हुई बात है कि फूल-पौधों के बीच समय बिताने से पॉजिटिविटी आती है। इसलिए सुबह-शाम गार्डन में जाएं और वहां वक्त बिताएं।

5. टीवी-मोबाइल से दूर रहें

इस वक्त टीवी और मोबाइल पर कोरोना से जुड़ी तमाम निगेटिव खबरें चल रही हैं। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि मोबाइल और टीवी से निश्चित दूरी बनाकर रखें।

इन्हें बिल्कुल अवॉयड करें

-वॉट्सअप पर आने वाले कोरोना इलाज के नुस्खों को।

-खुद से या किसी से पूछकर कोई भी दवा लेने से बचें।

-अनवेरिफाइड सोर्स से आने वाली किसी भी इंफॉर्मेशन पर भरोसा न करें।

पैंडमिक में कोई भी मेंटल बूस्टअप नहीं कर रहा है। सभी पैनिक क्रिएट कर रहे हैं। इससे बचने की जरूरत है। वॉट्सअप सहित सोशल मीडिया के जरिए दवा लेने सहित अन्य तरह की जानकारी भी दी जा रही है। इन पर भरोसा करने के बजाय एक्सप‌र्ट्स से राय लें।

-डॉ। संदीप श्रीवास्तव, जनरल फीजिशियन एंड फैमिली काउंसलर

कोविड संक्रमण के चलते लोगों के मन में डर समा चुका है। मामूली सर्दी, जुकाम में भी लोग खुद को इससे ग्रसित समझ ले रहे हैं। इससे बचने की जरूरत है। इस समय अधिक से अधिक पॉजिटिव रहने की जरूरत है।

डॉ। धनंजय कुमार, प्रोफेसर, मनोविज्ञान विभाग, डीडीयूजीयू