कौन-कौन है वोटर?

डीडीयू के इस पहल का मेन रीजन यह है कि ज्यादा से ज्यादा यूथ वोटर बन सकें। इसके तहत प्राइमरी स्टेज में सभी नए एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को अपना वोटर आईडी नंबर दर्ज कराना होगा। अगर किसी स्टूडेंट्स के पास वोटर आईडी नहीं है तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है। वह वोटर आईडी नंबर का कॉलम ब्लैंक छोड़ सकते हैं। इसके बाद भी उनका फॉर्म रिजेक्ट नहीं होगा। डीडीयू के रजिस्ट्रार एसके शुक्ला ने बताया कि यह सिर्फ इतना पता करने के लिए हैं कि कौन-कौन से स्टूडेंट्स ऑलरेडी वोटर हो चुके हैं और किन्हें अभी वोटर बनना है।

डीडीयू बनाएगा वोटर

डीडीयू में एडमिशन लेने वाले वह स्टूडेंट्स जिनके पास वोटर आईडी कार्ड नहीं है, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। गोरखपुर यूनिवर्सिटी एडमिशन के बाद फॉर्म सॉर्ट आउट कर नॉन वोटर्स को वोटर बनाने का काम करेगी। इसके लिए एनएसएस और इलेक्शन कमीशन की मदद ली जाएगी। पिछले सेशन में भी एनएसएस ने कैंपेन चलाकर स्टूडेंट्स को वोटर बनाने का काम किया था।