- मेन गेट के पास फाइन आ‌र्ट्स स्टूडेंट्स ने बनाई थी डॉ। कलाम की प्रतिमा

- मिसाइल मैन की प्रतिमा खंडित होने से स्टूडेंट्स में है रोष

GORAKHPUR : गोरखपुर यूनिवर्सिटी कैंपस में मिसाइल मैन व पूर्व राष्ट्रपति डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम की प्रतिमा टूट गई। सही ढंग से रखरखाव न होने पर फाइन आ‌र्ट्स के स्टूडेंट्स की बनाई प्रतिमा के अवशेष आज मेन गेट के बगल में पड़े हैं। स्टूडेंट्स को डॉ। कलाम की शिक्षाओं के बारे में जानकारी मिल सके और स्टूडेंट्स उनसे प्रेरणा ले सकें, इसलिए उनकी प्रतिमा बनाई गई थी। लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन की लापरवाही ने प्रतिमा को मिट्टी में बदल दिया।

दिन भर की मेहनत पानी में

पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर जहां पूरा देश उन्हें श्रद्घासुमन अर्पित कर रहा था, वहीं गोरखपुर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने 30 जुलाई को मेन गेट के पास उनकी एक प्रतिमा बनाई थी। सभी स्टूडेंट्स ने प्रतिमा के सामने डॉ। कलाम को श्रद्घांजलि दी। करीब 24 घंटे में बनी इस प्रतिमा को बनाने का खर्च भी स्टूडेंट्स-टीचर्स ने वहन किया। वीसी प्रो। अशोक कुमार ने कहा था कि प्रतिमा को किसी सुरक्षित जगह पर रखा जाएगा ताकि एक मिसाल बन सके।

कैसे टूटी प्रतिमा?

प्रतिमा बनाने वाले सुधीर रावत, राजीव और महेश बताते हैं कि उन्होंने शिद्दत के साथ प्रतिमा बनाई थी। फाइन आर्ट डिपार्टमेंट के टीचर डॉ। भारत भूषण के निर्देशन में मृदाशिल्प की रचना कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। प्रतिमा खंडित होने के बाद से स्टूडेंट्स के बीच काफी रोष है। जब इसकी जानकारी डॉ। भारत भूषण को हुई तो उन्होंने दूसरी प्रतिमा बनाए जाने की बात कही। लेकिन परिसर के भीतर रखी मूर्ति टूटी कैसे, इसके बारे में कोई कुछ नहीं बता रहा।

अब्दुल कलाम की प्रतिमा को स्टूडेंट्स ने बनाया था। कुछ दिन बाद वह टूट गई, इसकी जानकारी मुझे नहीं है। इसकी जानकारी ली जाएगी।

डॉ। सतीश चंद्र पांडेय, चीफ प्राक्टर, डीडीयूजीयू