- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अपडेट्स ऑन रेडियो सिटी में रामज्ञान न्यूरो स्पाइन एंड मेडिकेयर क्लीनिक के न्यूरो सर्जन डॉ। मुकेश शुक्ला देंगे सुझाव

GORAKHPUR: जैसा कि आप सबने सुना होगा, रेडिया पर, एफएम पर और न्यूज पेपर में कि आजकल कोविड-19 नाम की बीमारी फैली हुई है। जो कोरोना वायरस द्वारा फैलती है। आज यह पूरे विश्व में, हमारे देश में महामारी के तौर पर फैली हुई है। यह बहुत ही कंटजीयस डिजीज है, मींस इसका इंफेक्शन रेट बहुत ज्यादा है। चूंकि इसकी अभी कोई निश्चित दवा या वैक्सीन नहीं बनी है, इसलिए वह हम कहते हैं न कि प्रिवेंशन इज बैटर देन क्योर, तो इसको प्रिवेंट करना सबसे अच्छा उपाय है। यह बात दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अपडेट्स ऑन रेडियो सिटी में रामज्ञान न्यूरो स्पाइन एंड मेडिकेयर क्लीनिक के न्यूरो सर्जन डॉ। मुकेश शुक्ला बता रहे हैं। कार्यक्रम का टेलीकास्ट सुबह 10 बजे रेडियो सिटी 91.9 एफएम पर होगा। जिसे सुनना आप न भूलें।

सोशल डिस्टेंसिंग है जरूरी

डॉ। मुकेश शुक्ला बताते हैं कि कोरोना को प्रिवेंट करने के लिए हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। लॉकडाउन का पालन करना है। हाईजीन मेनटेन रखना है, पर्सनल हाईजीन रखना है और अपनी इम्युनिटी को बूस्ट करना है। इम्युनिटी को कैसे बूस्ट कर सकते हैं, दिल में टेंशन न लेकर। योगा करें, एक्सरसाइज करें। हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं, खूब पानी पीएं। काढ़ा पीएं, गुनगुना पानी, हल्दी, नींबू, शहद, इन सब चीजों का इस्तेमाल करें। बहुत ही इंपॉर्टेट है कि लॉकडाउन का पालन करना है। शासन और प्रशासन का सहयोग करना है। ज्यादा से ज्यादा अपनी क्षमता के अनुसार पीएम केयर फंड, सीएम केयर फंड में योगदान देना है, जो सबकी मदद के लिए है। आप अपने एंप्लॉइज की मदद कीजिए, जिन लोगों की मदद कर सकते हैं, उनकी मदद कीजिए। लॉकडाउन का उद्देश्य कम्युनिटी स्प्रेड को रोकना है। लॉकडाउन के दौरान और इसके बाद भी हमें कुछ चीजों का ध्यान रखना है। सबसे इंपॉर्टेट है सोशल डिसटेंसिंग, ज्यादा लोगों से मिलना नहीं है, जरूरत हो तभी बाहर जाना है। लोगों से बात करते वक्त एक या दो मीटर की दूरी बनाए रखें। पर्सनल हाईजीन रखें। मास्क का यूज करें। सभी को एन-95 मास्क पहनने की जरूरत नहीं है। आपके लिए सर्जिकल या कपड़े का थ्री लेयर मास्क ही सफीशियंट है। सेनीटाइजर की भी जरूरत नहीं है। यह सिर्फ उन्हीं को है, जो बार-बार हाथ नहीं धो सकते हैं या उन्हें बार-बार लोगों के संपर्क में आना है। फेक न्यूज जो वॉट्सएप या दूसरे जरिए से आती हैं, उन्हें अवॉयड करना है। टीवी और मोबाइल का कम से कम यूज करना है।