असुरन

टाइम - रात 9.45 बजे

असुरन का हाल देख लोग चौक जा रहे है। जहां सब्जीमंडी के कारण लोगों का आना-जाना मुश्किल रहता था और बदबू से बुरा हाल रहता था। वहां भक्ति का माहौल है। अगरबत्ती की खुश्बू से पूरा एरिया ही चेंज हो गया है। पंडाल में मां दुर्गा विराजमान है तो लोगों दर्शन करने के लिए पूरी फैमिली के साथ आ रहे है।

रेलवे स्टेशन (महाराणा प्रताप की मूर्ति के बाई ओर)

टाइम - रात 10.20 बजे

आमतौर पर इस टाइम में सिटी के लोग कामकाज खत्म कर पर सो जाते थे। मगर जो देखा वह चौंकाने वाला था। पंडाल में करीब 100 से अधिक लोगों की भीड़ थी। ये लोग किसी ट्रेन का इंतजार करने के मकसद से पंडाल में मां के दर्शन नहीं कर रहे थे, बल्कि वे लोग थे, दो मां के दर्शन करने ही घर से आए थे। जिसमें बच्चे भी थे तो महिलाएं भी। बच्चों को आता देख पंडाल के चारों ओर मेले सा माहौल था। बैलून, खिलौने से लेकर कई दुकानें सजी थी।

काली मंदिर, गोलघर

टाइम - रात 10.45 बजे

गोलघर की मार्केट आम दिनों में रात 9 बजे बंद हो जाती है। मगर दुर्गा पूजा के चलते मार्केट गुलजार है। हालांकि मार्केट की सभी दुकानें बंद है, मगर दुकानदार रोड पर है। काली मंदिर के पास सजे पूजा पंडाल में दो ग्रुपों में भीड़ लगी है। पहली भीड़ जहां व्यापारियों की है, जो मां का श्रंगार करने के साथ पंडाल को सजाने में जुटे है। वहीं दूसरी भीड़ मां के दर्शन करने को आतुर दिखी। भक्तों के लिए आयोजन समिति ने प्रसाद की भी व्यवस्था की है।

रेलवे स्टेशन रोड

टाइम - रात 11.10 बजे

पंडाल में मां दुर्गा विराजमान है। जिन्हें देखने आ रहे भक्त काफी अचंभित है क्योंकि मां दुर्गा हर साल सिर्फ महिषासुर को मारती थी। मगर इस बार उनके साथ ड्रैगन का भी संहार कर रही है। मूर्तिकार ने इसमें यह दिखाया है कि भारत से चाइना भी नहीं जीत सकता। मां उसका भी संहार करेंगी। वहीं पंडाल के चारों ओर मेले सा माहौल है। जहां फास्ट-फूड के साथ बच्चों के खिलौने की दुकान सजी है। लोग पंडाल में मां के दर्शन करने के साथ मस्ती भी कर रहे है।