गोरखपुर ब्यूरो। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने नगर निगम में यातायात, परिवहन और इलेक्ट्रिक बस संचालित करने वाली संस्था पीएमआई प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में नियमित कमाई, कानपुर बस हादसे के साथ ही सहजनवां तक इलेक्ट्रिक बस चलाने पर चर्चा हुई। तय हुआ कि महेसरा से गोरखनाथ, धर्मशाला, छात्रसंघ चौराहा, पैडलेगंज, नौसढ़ होते हुए सहजनवां तक बस का संचालन होगा। पांच नई बसें आने वाली हैं। इनमें से चार बसों को सहजनवां रूट पर लगाने की योजना है।

कमाई में नंबर वन गोरखपुर

इलेक्ट्रिक बस से कमाई में गोरखपुर नंबर वन हो गया है। सिर्फ 14 बस चलाकर गोरखपुर रोजाना तकरीबन 75 हजार रुपए की कमाई कर रहा है। वहीं, 57-57 बसें चलाकर लखनऊ

और कानपुर सिर्फ 1.5 लाख से 1.75 लाख रुपए तक की ही कमाई कर रहे हैं। वाराणसी 23 बसें चलाकर सिर्फ 58-60 हजार रुपए प्रतिदिन की कमाई कर रहा है। नगर आयुक्त ने

बताया कि इलेक्ट्रिक बस से ज्यादा कमाई करने वाले तीन कंडक्टर्स और ड्राइवर्स को नगर निगम में सम्मानित किया जाएगा। इन्हें प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। ड्राइवर्स और

कंडक्टर्स की क्षमता का परीक्षण और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए बैठक की जाएगी।

गोरखपुर एयरपोर्ट से चलेगी सवा करोड़ की इलेक्ट्रिक बस

गोरखपुर सिटी से एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले पैसेंजर्स की सहूलियत के लिए दो इलेक्ट्रिक बसें चलाने का रास्ता साफ हो गया है। वर्तमान में संचालित इलेक्ट्रिक बसों की तुलना में

यह बस तकरीबन डेढ़ गुना ज्यादा क्षमता की है। एक बस की कीमत सवा करोड़ रुपए है। पिछले साल ही बस खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने पर बस

की खरीद पीएमआई कंपनी से की गई। अब बस महानगर में आने वाली हैं।

12 मीटर लंबी और 54 सीट की पूरी तरह एसी इलेक्ट्रिक बस एयरपोर्ट से रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन के साथ ही रामगढ़ताल, चिडिय़ाघर आदि स्थानों पर जाएगी। इसका किराया

इलेक्ट्रिक बसों के किराये की तरह ही रहेगा। नगर निगम के अधीन इन बसों का संचालन होगा। बस सीसीटीवी कैमरे से लैस होगी। अन्य इलेक्ट्रिक बसों की तरह नई आने वाली

दोनों बसे महेसरा में चार्ज हो सकेंगी। हालांकि, इन बसों को चार्ज करने के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति आवास के सामने भी चार्जिंग प्वाइंट बनाया

गया है। महानगर में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या अब 20 हो जाएगी। शासन ने पांच और इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की अनुमति दे दी है। अभी 15 इलेक्ट्रिक बसें आई हैं। इनमें से एक

बस को रिजर्व में रखा गया है। यदि कोई बस कहीं खराब होती है तो दूसरी बस को पैसेंजर्स को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए भेजा जाएगा।