गोरखपुर (ब्यूरो)। गर्मियों की तैयारी में इन दिनों वर्कशॉप में ट्रांसफॉर्मर्स की मरम्मत कर उन्हें स्टोर में सुरक्षित रखा जाता है। फॉल्ट या अन्य जरूरत पडऩे इनका इस्तेमाल होता। मरम्मत नहीं होने से ये ट्रांसफॉर्मर वर्कशाप में बेकार पड़े हैं। सूचना अपलोड होने के बाद ही वर्कशाप से नया या रिपेयर ट्रांसफॉर्मर पोर्टल के माध्यम से आवंटित होगा। इस नई व्यवस्था को अमल में लाने की तैयारी वर्कशाप खंड में चल रही है।

छह माह पहले लांच हुआ पोर्टल

पॉवर कारपोरेशन ने चारों वितरण कंपनियों में पेपरलेस कार्य प्रणाली विकसित करने के लिए छह माह पहले ईआरपी पोर्टल लांच किया। शुरुआती दौर में अभियंताओं को प्रशिक्षण देकर बताया कि वे कैसे इस्टीमेट व पैकेज बनाकर सेंट्रल स्टोर से उपकरण प्राप्त करेंगे। इसके लिए सेंट्रल स्टोर में ऑनलाइन सिस्टम लगाया गया। समय के साथ ही पोर्टल में अन्य सुविधा दी गई। अभियंताओं व कर्मचारियों के वेतन,अवकाश, पीएफ कटौती, सीपीएफ कटौती,उपस्थिति व अनुपस्थिति की सूचना पोर्टल से भेजी जाने लगी। इसके लिए कर्मचारियों व अभियंताओं को लॉगइन आईडी व पासवर्ड भी दिए गए है। हाल ही में कॉरपोरेशन ने सभी कर्मचारियों से सम्पति का ब्योरा भी अपलोड कराया। ब्यौरा नहीं देने वाले करीब 250 कार्मिकों का वेतन रोका गया। इसी पोर्टल से अब ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग वर्कशाप को जोडऩे की कवायद चल रही है।

तय समय पर अपलोड करनी होगी सूचना

कॉरपोरेशन ने शहरी व ग्रामीण वितरण खंडों के अभियंताओं को निर्देश दिए है कि सभी कर्मचारी व अभियंता पोर्टल पर सूचना अपलोड करने का प्रशिक्षण प्राप्त कर लें। मार्च से ट्रांसफॉर्मर्स के जलने या खराब होने की सूचना भी तय समय में अपलोड करनी होगी। अबतक शहरी क्षेत्र में ट्रांसफॉर्मर जलने या खराब होने के बाद चार से पांच घंटे में बदलकर सप्लाई दुरुस्त की जाती थी। ग्रामीण क्षेत्र में इसके लिए 48 घंटे का समय निर्धारित है। हालांकि ट्रांसफॉर्मर्स के जलने या खराब होने के बाद अवर अभियंता लापरवाह बने रहते थे। ऐसे में सही समय पर रिपोर्टिंग नहीं होने से ग्रामीणों को 15 से 20 दिन तक बिजली सप्लाई से वंचित रहना पड़ता है। इस व्यवस्था में बदलाव के लिए कारपोरेशन ने रीयल टाईम रिपोर्टिंग की व्यवस्था बनाने की तैयारी कर ली है। अब अभियंताओं को ट्रांसफॉर्मर जलने या खराब होने की सूचना मिलते ही उन्हें मौके पर जाकर जांच कर ऑनलाइन रिपोर्ट देनी होगी। उनकी रिपोर्ट को उच्चाधिकारी आसानी से देख सकेंगे।

ट्रांसफॉर्मर्स के खराब या जलने की शिकायतों के निस्तारण के लिए रीयल टाईम रिपोर्टिग की व्यवस्था बनाई जा रही है। आगामी मार्च से अवर अभियंताओं को सूचना ईआरपी पोर्टल पर देनी होगी। उसके बाद ही वर्कशाप से ट्रांसफॉर्मर आवंटित होगा। जले ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत के लिए उपकरण भी पोर्टल के माध्यम से ही जारी किए जाएंगे।

- ई। मुदित तिवारी, एक्सईएन वर्कशॉप खंड