गोरखपुर (ब्यूरो)। नगर निगम गोरखपुर की लचर सफाई व्यवस्था की ये बानगी भर हैं। शहर में ना जाने कितने वार्ड के लोग सड़क, नाली और पानी की समस्या से परेशान हैं। साफ-सफाई नहीं होने व कचरा नहीं उठने की शिकायत कर रहे हैं। पर पब्लिक की शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है, ना ही जो इसके जिम्मेदार हैं, उनपर कोई कार्रवाई की जा रही है। जबकि अभी सत्तापक्ष के नव निर्मित कार्यालय के पास साफ-सफाई में लापरवाही बरतने पर नगर आयुक्त ने कई कर्मचारियों पर कार्रवाई कर दी थी। इससे सवाल उठने लगा है कि क्या निगम प्रशासन का फोकस सत्तापक्ष ही है। क्या पब्लिक को कचरे में छोड़ दिया है?

केस-1: वार्ड एक निवासी विजय कुमार ने 7 जून को अपनी शिकायत दर्ज कराई थी कि इनके मकान के सामने नाली टूटी है, जिसमें से पानी बहकर उनके घर के सामने भर जाता है। 2 दिन बीत जाने के बाद भी इनकी समस्या को कोई समाधान नही हुआ है।

केस-2: वार्ड 5 के भूपेन्द्र शुक्ला ने आर्मी पब्लिक स्कूल में से मलबा हटाने के लिए टोल फ्री नंबर पर शिकायत की थी, मगर 3 दिन बाद भी इसका निस्तारण नहीं हो पाया है।

केस-3: वार्ड 2 निवासी रघुनाथ तिवारी ने अपने घर के बगल में नाले की सफाई के लिए 7 जून को शिकायत की थी। मगर दो दिन बाद भी इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

7 जून को लापरवाही करने वालों पर गिरी गाज

रानीडीहा में बीजेपी का नया पार्टी कार्यालय बनाया गया है। जिसके उद्घाटन में पार्टी के दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। इसको लेकर लगातार नगर आयुक्त पार्टी कार्यालय के आस-पास साफ-सफाई करा रहे थे। सात जून को नगर आयुक्त ने यहां इंस्पेक्शन किया था। इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर जिन लोगो की ड्यूटी लगायी गई थी। सभी लोग अप्सेंट मिले थे। नगर आयुक्त ने लापरवाही करने वाले देवेन्द्र कुमार अधिशासी अभियंता, शैलेष कुमार सहायक अभियंता, राजकुमार अवर अभियन्ता और सुनील सिंह सफाई निरीक्षक को फटकार लगाते हुए उनका वेतन रोक दिया था।

तो फिर डूबेगा शहर

सीएम ने सभी अधिकारियों का वार्निंग दी थी कि इस बार शहर को किसी भी हाल में बरसात में डूबने से बचाना है। अगर इस बार शहर में जलजमाव की शिकायत आई तो अधिकारियों पर गाज गिरनी तय है। इसको लेकर शहर में काफी काम तो हो रहे हैं लेकिन आज भी शहर के कई इलाके हैं, जहां की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है। ऐसे में वहां के नागरिकों और पार्षदों का कहना है कि इसबार भी बरसात में जलजमाव की समस्या झेलनी पड़ेगी।

जो भी शिकायतें आती हैं, उनपर त्वरित सुनवाई होती है। शहर की साफ-सफाई में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जहां भी लापरवाही मिलेगी, वहां संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।

अविनाश सिंह, नगर आयुक्त गोरखपुर