गोरखपुर (ब्यूरो)। ट्रेनिंग के बाद इन पुलिसवालों की चार क्यूआरटी बनेगी जिसमें एक दरोगा और पांच सिपाही प्रत्येक क्यूआरटी में शामिल होंगे। दरोगा अपनी टीम को लीड करेगा। एक क्यूआरटी गोरखनाथ मंदिर, एक एयरपोर्ट की सुरक्षा में मुस्तैद होगा तो वहीं दो को वीआईपी से लेकर अन्य जगहों के लिए हर वक्त अलर्ट रखा जाएगा जाएगा। गोरखनाथ मंदिर में पुलिस कर्मियों पर हमले के बाद इस तरह की एक ट्रेंड टीम की आवश्यकता महसूस की गई है।

दिखी थी सुरक्षा में चूक

सीएम सिटी होने के नाते गोरखपुर में सुरक्षा को लेकर कई तरह की चुनौतियों से पुलिस अफसरों को निपटना पड़ता है। शहर में वीआईपी का दौरा लगातार होता है। वहीं विश्व प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर, गीता प्रेस, एयरपोर्ट आदि स्थानों पर समय-समय पर सुरक्षा की जरूरत महसूस होती है। पिछले दिनों गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षा कर्मियों पर जिस तरह से मुर्तजा नामक युवक ने हमला किया था उससे कई तरह की चूक भी दिखी थी। हमले के बाद उसने कुछ देर तक अपने हाथ में लिया बांका लहराया था और नारा भी लगाया था।

इस तरह की घटना के बाद एक क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) की जरूरत महसूस की गई। शुरुआती दौर में छह लोगों की चार ट्रेंड टीम बनाने पर सहमति बनी। टीम को लीड सब इंस्पेक्टर करेंगे तो वहीं सिपाही सदस्य के रूप में होंगे। एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने क्यूआरटी के लिए पुलिस कर्मियों का चयन शुरू कर दिया है। चार क्यूआरटी बनानी है लिहाजा चार सब इंस्पेक्टर का चयन कर लिया गया है जबकि 20 सिपाहियों का चयन जारी है कि इसके लिए अभी 80 सिपाहियों को छांटा गया है उसमें से कद काठी के हिसाब से 20 सिपाहियों का चयन किया जाएगा।

जीआरडी में पुलिस कर्मियों को दिलाई जाएगी ट्रेनिंग

चार टीमों में शामिल 24 पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग जीआरडी गोरखपुर में कराई जाएगी। अचानक होने वाली किसी घटना में किस तरह से मौके पर पहुंच कर खुद का बचाव करते हुए हमलावरों को काबू में करना है इसके लिए इन पुलिस कर्मियों को ट्रेंड किया जाएगा। पुलिस अफसरों ने इसके लिए जीआरडी से भी बातचीत शुरू कर दी है। पुलिस कर्मियों की लिस्ट फाइनल होने के बाद उन्हें ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा।

गोरखपुर महत्वपूर्ण शहर है यहां क्विक रिस्पांस टीम की जरूरत है। इसके लिए 24 पुलिस कर्मियों को ट्रेंड किया जा रहा है। छह पुलिस कर्मियों की एक टीम बनाई जाएगी कुल चार टीमें होंगी। एक टीम गोरखनाथ मंदिर, एक एयरपोर्ट और दो टीमें वीआईपी सुरक्षा सहित अन्य मामलों के लिए हर वक्त मुस्तैद रहेंगी। इन टीमों की ट्रेनिंग जीआरडी में कराई जाएगी।

- कृष्ण कुमार विश्नोई, एसपी सिटी