गोरखपुर (ब्यूरो)।इन स्टूडेंट्स पर बीते दिनों कैंपस में हुए आंदोलन में अगुवाई करने का आरोप है। साथ ही इन पर मीडिया को सूचना देने का भी आरोप लगाया गया है। बताया जा रहा है कि चारों स्टूडेंट्स को अलग-अलग सजा दी गई है। इन्हें सात दिन से लेकर एक महीने तक सस्पेंड कर दिया गया है। उनमें से एक स्टूडेंट को हमेशा के लिए हॉस्टल से टर्मिनेट कर दिया गया है। क्लास के अलावा अन्य समय में उसे कैंपस में घूमने पर रोक लगा दिया गया है। बाकि तीन स्टूडेंट्स को 15 दिन से लेकर तीन महीने तक हॉस्टल से बाहर किया गया है। स्टूडेंट्स ने इस कार्रवाई के खिलाफ कोर्ट जाने का फैसला किया है।

यह है मामला

दरअसल बीते 28 और 29 मार्च को एम्स में स्टूडेंट्स ने हॉस्टल का समय बढ़ाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन किया था। इस आंदोलन के दौरान स्टूडेंट्स रात भर हॉस्टल के बाहर डटे रहे। स्टूडेंट्स की मांग थी कि हॉस्टल को रात 11.30 बजे तक खोला रखा जाए। जबकि एम्स में रात 9 बजे के बाद हॉस्टल के गेट बंद हो जा रहे थे।

यह कार्रवाई अनुशासन समिति ने किया है। समिति में एमएमएमयूटी के प्रॉक्टर भी बतौर सदस्य मौजूद रहे। इस कार्रवाई में कोशिश की गई है कि स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद न हो। उनके शैक्षणिक सत्र पर असर न पड़े। इसके साथ ही अनुशासनहीनता पर लगाम लगे।

डॉ। अमित रंजन, रजिस्ट्रार, एम्स