गोरखपुर (ब्यूरो).शासन की ओर से बुद्धिस्ट सर्किट के विकास की योजना बनाई गई है। कुशीनगर प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी संभाल रहे जीडीए के अधिशासी अभियंता किशन सिंह ने बताया कि कुशीनगर में विपासना उपवन का भी विकास किया जा रहा है। पुराने साधना केंद्र की जगह वृक्ष के नीचे साधना केंद्र बनाया जा रहा है। जहां बैठकर बौद्ध भिक्षु साधना कर सकेंगे।

28 कमरों का रेनोवेशन

इसके साथ ही राही पथिक निवास में 28 कमरों का रेनोवेशन कार्य किया जाना है। सभी कमरों में फर्नीचर, टीवी, नई टाइल्स, रेस्टोरेंट, बाउंड्रीवॉल, टूरिस्टों के लिए आवास, ऑफिस तैायर किए जा रहे। हालांकि अभी छह कमरों का रेनोवेशन कार्य चल रहा है। इस पथिक निवास का सुंदरीकरण भी किया जा रहा है। वहीं, फूड प्लाजा कॉम्प्लेक्स का भी विकास कार्य चल रहा है। इसके साथ ही हिरण्यवती नदी के बुद्ध घाट पर पर्यटकों की सुविधा के लिए एक फुटओवर ब्रिज का निर्माण भी चल रहा है। सभी परियोजनाओं को विश्वबैंक के सहयोग से पूरा किया जा रहा है।

एनएचआई से एनओसी, रूका कार्य

जीडीए अधिशासी अभियंता किशन सिंह ने बताया कि कुकुत्था नदी के सफाई और नदी के किनारे सुंदरीकरण का कार्य किया जाना है, लेकिन एनएचआई की तरफ से एनओसी और रास्ता नहीं मिलने की वजह से कार्य में बाधा पहुंच रही है। हालांकि फिजिबिल्टी चेक की जा रही है। यहां खूबसूरत पार्क, पाथ वे बनाए जा रहे हैं। बैठने की व्यवस्था भी की जाएगी। जगह-जगह छोटे-छोटे शेड बनाए जाएंगे। नहाने, पूजा-पाठ के लिए घाट बनाया जाएगा। पीने के पानी का भी इंतजाम होगा। लोगों की सुविधा के लिए सामुदायिक शौचालय भी बनाया जाएगा। यहां घाट तैयार किया जाएगा।

कुशीनगर में सुंदरीकरण की कई परियोजनाओं का कार्य जीडीए की ओर से शुरू कर दिया गया है। पहली किस्त पांच करोड़ रुपए जारी हो चुकी है। काम पूरा होने के बाद पर्यटकों को कॉपी सुखद अनुभूति होगी।

- प्रेम रंजन सिंह, वीसी जीडीए