- बिना बैनर लगाए शहर में बिजली बिल वसूली कैंप लगा रहे अधिकारी

- चेकिंग में कर्मचारी लाइन काटने की देते धौंस

GORAKHPUR: शहर में बकाएदारों से बिल वसूलने के लिए बिजली विभाग की ओर से कैंप लगाए जा रहे हैं। लेकिन उपभोक्ताओं के घर पर दस्तक देकर लाइन काटने की धौंस देने वाले अधिकारी और कर्मचारी कैंप को लेकर गंभीर नहीं है। कैंप के नाम पर खानापूर्ती की जा रही है। इस वजह से उपभोक्ताओं को दर-बदर भटकना पड़ रहा है। हालत यह है कि कैंप के बारे में पूछने पर कोई जानकारी देने वाला नहीं है। कोई सवाल पूछने पर लोग एक दूसरे पर मामला टालते रहते हैं। एसई ने कहा कि इसकी जानकारी नहीं थी। उपभोक्ताओं का अट्रैक्शन बढ़ाने के लिए व्यवस्था बढ़ाई जाएगी।

सीन: एक

जेई साहब के कमरे में लगा होगा कैंप

स्थान: टाउनहाल, खंडीय कार्यालय

समय: दोपहर 11 बजकर 45 मिनट

सोमवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर बिजली उपभोक्ता बनकर कैंप की हकीकत जानने निकला। शहर के शास्त्री चौक स्थित खंडीय कार्यालय टाउनहाल, उप खंडीय कार्यालय गोलघर सहित अन्य जगहों पर कैंप लगाया गया था। दोनों केंद्र शहर के भीतर महत्वपूर्ण जगह पर स्थित हैं। टाउनहाल स्थित खंडीय कार्यालय में बिजली कैंप की जानकारी देने वाला कोई नहीं मिल रहा था। गेट से इंट्री करने पर जब रिपोर्टर ने एक व्यक्ति से कैंप के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वह ऑफिस में काम करता है। लेकिन कैंप लगने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उसने बताया कि तीन-चार दिन पहले कैंप लगा था। भीतर बिजली बिल जमा काउंटर से लेकर अलग-अलग कमरों में बैठे लोगों से रिपोर्टर ने कैंप के बारे में जानकारी ली। लेकिन हर कोई कैंप की बात सुनकर हैरान रहा। मेन गेट पर केएनओपी लगाकर बल्ब बेच रहे युवक ने बताया कि जेई साहब के कमरे में कैंप लगा होगा। लेकिन पूरे कैंपस में कैंप का कोई नजारा नहीं दिखा।

सीन दो

होली के बाद आए कैसे लगाए बैनर

स्थान: गोलघर, उप खंडीय कार्यालय

समय: दोपहर 12 बजकर 35 मिनट

गोलघर में विद्युत नगरीय वितरण खंड प्रथम का उप खंडीय कार्यालय है। इस कार्यालय में भी बिजली विभाग की ओर से कैंप लगाने की सूचना दी गई थी। लेकिन दफ्तर का माहौल ऐसा नहीं था जिससे कोई उपभोक्ता कैंप का अंदाजा लगा सके। मेन गेट से घुसने पर दो-तीन कर्मचारी बातचीत में मशगूल थे। बिल काउंटर पर एक उपभोक्ता अपना बकाया जमा करा रहा था। जबकि बड़े से हॉलनुमा कमरे में दाहिनी ओर एक अधिकारी मोबाइल पर बिजी नजर आए। दूसरी तरफ बड़े बाबू अपने सामने बैठे दो-तीन लोगों को बिल की गड़बड़ी के संबंध में समझा रहे थे। रिपोर्टर ने एक कर्मचारी से पूछा कि कैंप लगा है क्या तो आश्चर्यचकित होते हुए उसने बताया कि नहीं कोई कैंप नहीं लगा है। फिर कुछ देर सोचकर बोला कि हां.हां लगा हुआ है। यह सवाल पूछने पर कि बैनर क्यों नहीं लगा है तो उसने बताया कि होली के बाद अचानक कैंप लगाया गया है।

यह होना चाहिए इंतजाम

- कैंप स्थल पर बैनर लगाकर जागरूक किया जाए।

- कैंप में आने वाले लोगों के बैठने की व्यवस्था हो।

- उपभोक्ताओं की समस्या के समाधान के लिए टेबल बनाए जाएं।

- उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए कर्मचारी ठीक से पेश आएं।

- बिल संबंधी समस्याओं का फौरी समाधान कराकर राहत दिलाई जाए।

वर्जन

उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए बिजली विभाग की ओर से कैंप लगाया जा रहा है। कैंप में किसी तरह की लापरवाही और कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कैंप में ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंचकर बिल का भुगतान कराएं। इसकी लोकप्रियता बढ़ाई जाएगी।

- एके सिंह, अधीक्षण अभियंता विद्युत नगरीय वितरण मंडल