- होटल्स से कूड़ा प्रबंधन का शपथ पत्र ले रहा नगर निगम

- जनवरी से शुरू होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग सुधारने के लिए कवायद

GORAKHPUR: शहर के मेन एरिया में गंदगी फैलाने वाले होटल्स पर भी नगर निगम ने स्वच्छता अभियान के तहत कार्रवाई की योजना बनाई है। अब नगर निगम ने शहर के सभी होटल्स से कूड़ा प्रबंधन के लिए शपथ पत्र लेने का कार्य शुरू कर दिया है। ये पूरी कवायद केंद्र सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर की जा रही है। पिछली बार इस सर्वे में पिछड़ने के बाद गोरखपुर नगर निगम के लिए अपनी रैंकिंग सुधारने का एक और मौका आया है। सर्वेक्षण-2018 के तहत पिछले हफ्ते यहां हुई वर्कशॉप के बाद जनवरी से सर्वेक्षण टीम द्वारा यहां पर बेहतर सफाई व्यवस्था, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, ओडीएफ टारगेट की जांच करने की योजना है। अभी तक चार होटल यह शपथ पत्र निगम को दे चुके हैं। जिसमें कहा गया है कि तीन से चार माह के अंदर वे अपने यहां कूड़ा प्रबंधन का कार्य शुरू कर देंगे।

स्वच्छता की एनओसी देगा निगम

नगर निगम के मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। मुकेश रस्तोगी ने बताया कि शहर में लगभग पांच हजार छोटे-बड़े होटल हैं। इसमें सबसे अधिक होटल रेलवे स्टेशन, धर्मशाला बाजार, गोलघर, मोहद्दीपुर, रेती चौक, मेडिकल कॉलेज रोड और गीता प्रेस एरिया में हैं। इन होटल्स से डेली कम से कम पांच से दस डीसीएम कूड़ा निकालता है। जिसका निस्तारण अभी तक पास के किसी कूड़ा पड़ाव केंद्र पर कर दिया जाता है। अब इनको कूड़ा गिराने के लिए नगर निगम को शपथ पत्र देना होगा कि वे तीन से चार माह के अंदर अपने यहां से निकलने वाले कूड़े का सही प्रबंधन करना शुरू कर देंगे। जिसके बाद निगम की ओर से उन्हें एनओसी दी जाएगी। मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि होटल से निकलने वाले कूड़े से सबसे अधिक खाद बनाई जा सकती है। इन होटल्स का कूड़ा निस्तारण कार्य नगर निगम को नहीं करना पड़ेगा। वहीं होटल वाले इस खाद को बेचकर आय भी प्राप्त कर सकते हैं।

जनवरी से स्वच्छता सर्वेक्षण

पिछले हफ्ते शहर में केंद्र सरकार की योजना सर्वेक्षण-2018 की वर्कशॉप का आयोजन हुआ जिसमें नगर निगम को बेहतर रैकिंग हासिल करने का एक और मौका मिला है। बेहतर सफाई व्यवस्था, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, 31 दिसंबर तक ओडीएफ को पूरा करना होगा। वहीं सर्वेक्षण में दिए गए मानकों संबंधी वास्तविक रिपोर्ट नगर निगम को स्वच्छ सर्वेक्षण की वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी। वहीं, नगर निगम द्वारा अपलोड किए गए डाटा के उलट अगर स्वच्छ सर्वेक्षण टीम को कुछ मिला तो नगर निगम को माइनस मार्किग झेलनी पड़ेगी।

यहां सर्वेक्षण टीम करेगी सर्वे

सर्वेक्षण टीम नगर निगम की झुग्गी बस्तियां, नियोजित कॉलोनी, मुख्य सार्वजनिक स्थान, शहर के मेन मार्केट वाले एरिया, धार्मिक स्थान, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सॉलिड वेस्ट उत्पादन करने वाले होटल, शादी हॉल, साप्ताहिक सब्जी मंडी, सामुदायिक शौचालय सहित प्रमुख रास्ते की सफाई की व्यवस्था का सर्वे करेगी।

वर्जन

स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रतिष्ठानों से शपथ पत्र भरवाने का कार्य शुरू करवाया गया है। इससे शहर की सफाई व्यवस्था में निश्चित ही सुधार आएगा।

- डॉ। मुकेश रस्तोगी, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम