गोरखपुर (ब्यूरो)।स्मार्ट मीटर को बदला ही गया तो इसकी जगह स्मार्ट मीटर ही लगना चाहिए। बदलने से पहले जिम्मेदारों को संबंधित अफसरों से इस संबंध में अनुमति लेनी चाहिए थी, लेकिन ऐसे कुछ भी नहीं हुआ। गोपनीय सूचना पर एसई शहर ने चार बिंदुओं पर एक्सईएन मीटर परीक्षण खंड से स्पष्टीकरण आख्या मांगी है।

मनमाने तरीके से कराया काम

पिछले दिनों लगातार मीटर परीक्षण खंड में मिल रही शिकायतों को देखते हुए एसई ने अपनी गोपनीय टीम तैयार की है। टीम की तरफ से उन्हें सूचना दी गई कि बक्शीपुर मीटर खंड की तरफ से मनमाने तरीके से काम किया जा रहा है। हुमायूंपुर दक्षिणी के कंज्यूमर बीपी मौर्या के परिसर में लगे मीटर में मीटर खंड की तरफ से छेड़छाड़ की गई। इनका चार किलोवाट, घरेलू श्रेणी का कनेक्शन है। इनके परिसर में पहले स्मार्ट मीटर लगा था, लेकिन इसे चोरी हुआ बताकर परिसर में इलेक्ट्रानिक मीटर लगा दिया गया। एसई ने जांच करवाई तो इसमें सत्यता मिली।

स्मार्ट मीटर-बी लगाने का नियम

उन्होंने अधिशासी अभियंता को पत्र लिखा। निर्देशित किया, कंज्यूमर बीपी मौर्या के परिसर पर स्थापित स्मार्ट मीटर चोरी हो जाने पर परिसर में नॉन स्मार्ट मीटर कर लगवा दिया गया। पुराने मीटर की अंतिम रीडिंग 14,667 हजार थी। स्मार्ट मीटर को बदलकर स्मार्ट मीटर बी लगाने की नियम है, जबकि ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने इस मामले में तीन कार्य दिवस के भीतर स्पष्टीकरण तलब किया।

बार बार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। ये बड़ी लापरवाही है। मीटर परीक्षण खंड की तरफ से ऐसे बिना जांचे परखे, नियमों को जांचे ही मीटर बदल दिया गया। अधिशासी अभियंता से जवाब मांगा गया है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

- ई। यूसी वर्मा, एसई शहर