गोरखपुर (ब्यरो)।अमूमन माना जाता है कि ठंड में बीयर की खपत कम हो जाती है। वहीं, देसी शराब की बिक्री भी खूब हो रही है। जिले में इसकी इतनी खपत है कि अंग्रेजी कहीं नहीं टिकती। देसी शराब से हर महीने विभाग को लाखों का राजस्व मिल रहा है।

क्रिसमस और न्यू ईयर में दोगुनी खपत का दावा

क्रिसमस और न्यू ईयर में शराब और बीयर की खपत अन्य महीनों से दोगुनी से ज्यादा होती है। इस बार उससे अधिक होने की संभावना है। विभाग का कहना है कि बीयर की डिमांड यूथ में सबसे ज्यादा रहती है। इसलिए गर्मी में तो इसकी शॉर्टेज तक हो जाती है। ठंड में भी इसकी डिमांड अब काफी बढ़ती जा रही है। अक्टूबर और नवंबर में जिस तरह से बीयर बिकी और दिसंबर में बिक रही है। उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि क्रिसमस और न्यू ईयर में काफी डिमांड रहेगी।

कम खतरनाक होने के चलते भी बिक रही बीयर

शराब की तुलना में बीयर सेहत के लिए कम खतरनाक होती है। इसके कारण भी शौकीन इसे पसंद करते हैं। साथ ही इसके पीने में कोई झंझट भी नहीं रहता है।

500 रुपए तक की खूब बिकती है शराब

विभाग के अनुसार 500 रुपए बोतल तक की अंग्रेजी शराब ज्यादा बिकती है। इसमें भी कई ब्रांड हैं। अब तो कंपनियां कई तरह की गिफ्ट भी प्रोवाइड करा रही हैं, जिसके कारण लोग शराब को पसंद कर रहे हैं। महंगी शराब की खपत तो है लेकिन इसके कस्टमर काफी कम हैं।

बिना परमिशन पर पार्टी करने पर लगेगा जुर्माना

आबकारी विभाग अब बिना परमिशन शराब पार्टी करने पर जुर्माना और सख्त कार्रवाई करेगा। विभाग का कहना है कि क्रिसमस और न्यू ईयर पर शौकीन पार्टी आयोजित करते हैं। इसके लिए वह परमिशन भी नहीं लेते हैं, लेकिन ऐसा करना गैरकानूनी है। जिसे भी पार्टी करनी है वह विभाग में आकर एक फॉर्म और 11 हजार की फीस जमा कर परमिशन ले सकता है। अगर कहीं भी बिना परमिशन के कोई पार्टी करते हुए पकड़ा गया तो विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी।

एक नजर में शराब बिक्री (बोतल में)

माह देसी विदेशी बीयर

नवंबर 22,51,327 6,51,930 17,18,209

अक्टूबर 20,53,335 4,97,619 15,81,174

बीयर के शौकीनों में यूथ सबसे ज्यादा है, इसके चलते इसकी बिक्री अच्छी खासी रहती है। हालांकि देसी शराब अभी भी बिकने में सबसे अधिक है। अंग्रेजी शराब की बिक्री घटती-बढ़ती रहती है। क्रिसमस और न्यू ईयर पर अगर बिना परमिशन कहीं पार्टी आयोजित हुई तो कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ। सुदेश चंद्रा, उप आबकारी आयुक्त