गोरखपुर (ब्यूरो): पहली बार इंटर के पेपर में पूछे गए मीडिया से जुड़े सवाल

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) बोर्ड एग्जाम में सोमवार को इंटर हिंदी और हाईस्कूल के स्टूडेंट्स ने संस्कृत का पेपर दिया। जहां इंटर में हिंदी के लिए 5903 स्टूडेंट रजिस्टर्ड थे। जिसमें से 5779 स्टूडेंट एग्जाम में प्रेजेंट रहे। 124 स्टूडेंट अब्सेंट रहे। वहीं हाईस्कूल के संस्कृत पेपर के लिए महज 153 स्टूडेंट रजिस्टर्ड थे। जिसमें से 152 प्रेजेंट रहे। इंटर हिंदी के पेपर में पहली बार 2-2 नंबरों के तीन सवाल मीडिया से रिलेटेड पूछे गए थे। जिसमें एक क्वेश्चन मीडिया की भाषा में बीट किसे कहते हैं? बीट रिपोर्टर बनने के लिए एक पत्रकार की क्या योग्यता होनी चाहिए? जिसने स्टूडेंट को थोड़ा परेशान जरूर किया।

साथ में हुआ 10वीं और 12वीं एग्जाम

सीबीएसई 10वीं व 12वीं के एग्जाम 15 फरवरी से शुरू हुए, लेकिन 15 फरवरी से 18 फरवरी तक उन सब्जेक्ट के एग्जाम थे, जिनमें स्टूडेंट्स की संख्या बहुत कम थी। सोमवार से इंटर हिंदी के साथ मेन का एग्जाम शुरू हुआ तो सभी सेंटर पर स्टूडेंट्स की भीड़ भी देखने को मिली। दसवीं संस्कृत और इंटर के हिंदी सब्जेक्ट का एग्जाम एक समय सुबह 10:30 से दोपहर 1:30 बजे तक हुई।

क्वेश्चन पेपर पढऩे के मिला एक्स्ट्रा टाइम

सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर अजित दीक्षित ने बताया कि एग्जाम देने आए स्टूडेंट्स को 10 बजे तक ही सेंटर पर प्रवेश करने की प्रमिशन थी। ऐसे में सभी सेंटर पर समय से स्टूडेंट्स ने पहुंचकर रिपोर्टिंग की। क्वेश्चन पेपर पढऩे के लिए 15 मिनट एक्स्ट्रा दिए गए थे। सेंटर पर 10:15 बजे सभी स्टूडेंट्स को क्वेश्चन पेपर दे दिए गए थे।

अस्सी नंबर में 70 तो जरूर मिलेंगे

गोरखपुर के आर्मी पब्लिक स्कूल से इंटर का एग्जाम देकर निकले स्टूडेंट आदित्य ने बताया कि 80 नंबर का पेपर था। इसमे से मुझे पूरे तो नहीं लेकिन 70 नंबर तो जरूर मिलेंगे। इसी तरह रैंपस से एग्जाम देेकर निकली इंटर की स्टूडेंट ने बताया कि हिंदी का पेपर थोड़ा लेंदी जरूर था, लेकिन सारे क्वेश्चन सिलेबस से ही आए थे। इसलिए लिखने में परेशानी नहीं हुई।

सीबीएसई स्कूल - 125

10 वीं में स्टूडेंट की संख्या - 15447

12 वीं में स्टूडेंट की संख्या - 12475

कुल स्टूडेंट की संख्या - 27922

सेंटर की संख्या - 28

10 वीं बोर्ड एग्जाम चलेंगे - 15 फरवरी-13 मार्च

12 वीं बोर्ड एग्जाम चलेंगे - 15 फरवरी- 2 अप्रैल

हिंदी का पेपर बहुत अच्छा हुआ। सब कुछ पढ़ा हुआ आया था। कई क्वेश्चन ऐसे थे जिन्हे प्री-बोर्ड में हल किया था। इसलिए उम्मीद है कि अच्छे माक्र्स आएंगे।

अंबिका चौरसिया, 12 वीं क्लास, सर माउंट

क्वेश्चन आसान थे लेकिन लिखना खूब पड़ा है। सभी क्वेश्चन पढ़ाए गए सिलेबस से ही आए थे, इसलिए लिखने में कोई समस्या नहीं हुई। मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन आसान थे।

प्रज्ञा, 12 वीं क्लास, रैंपस