गोरखपुर (ब्यूरो).कुछ हद तक नगर निगम कार्रवाई में सफल रहा, लेकिन इसके लिए डिपार्टमेंट के अफसर निष्क्रिय हैं। इससे पॉलीथिन का इस्तेमाल तो रुकने का नाम नहीं ले रहा है। यही नहीं बाहरी शहर से इसकी आवक भी बढ़ गई है। ऐसा बिना अफसरों के लिए मिलीभगत से संभव तो नहीं है। हालांकि, अफसरों का दावा है कि जहां भी जानकारी मिल रही है कार्रवाई की जा रही है।

गुजरात, कानपुर और गाजियाबाद से आ रही पॉलीथिन

स्थानीय छोटे व्यापारियों की मानें तो गोरखपुर में पॉलीथिन निर्माण की तो जानकारी नहीं है, लेकिन गुजरात, कानपुर और गाजियाबाद से रोजाना सैकड़ों क्विंटल पॉलीथिन आ रही है। यही नहीं शहर में ही किसी गोदाम में रखा जाता है और दिन में चोरी छिपे बिक्री कर दी जाती है। इसकी वजह से हर छोटे बड़े दुकानदारों के पास आसानी से पॉलीथिन मिल जाती है। ठेले खोमचे वाले तो धड़ल्ले से सामान पॉलीथिन में दे रहे हैं।

सिटी में घरों से रोजाना कई टन निकल रही पॉलीथिन

प्रतिबंध के बावजूद सिटी के घरों से रोजाना कई टन पॉलीथिन निकल रही है। नगर निगम के अनुसार सिटी में रोजाना 379 मीट्रिक टन से ज्यादा कूड़ा निकलता है। इसमें 20 से 25 मीट्रिक टन सिंगल यूज प्लास्टिक निकल रही है। इससे भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि बड़ी मात्रा में सिंगल यूज प्लास्टिक की खपत सिटी में हो रही है।

ये है जुर्माना

100 ग्राम पॉलीथिन पर 1000 रुपए

101 से एक किलो तक 2000 रुपए

501 से एक किलो तक 5000 रुपए

एक किलो से 5 किलो तक 10,000 रुपए

5 किलो से अधिक 25,000 रुपए

इन पर है कार्रवाई की जिम्मेदारी

डीएम, एडीएम सिटी, सिटी मजिस्टे्रेट, नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, वैज्ञानिक अधिकारी, पर्यावरण अधिकारी, सीएमओ, प्रभागीय वन अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पर्यटन अधिकारी, सहायक पर्यटन अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी आदि।

क्या होता है सिंगल यूज प्लास्टिक

सिंगल यूज प्लास्टिक से अभिप्राय एक बार इस्तेमाल किए जाने वाले प्लास्टिक प्रोडक्ट से है। सिंगल यूज प्लास्टिक को केवल एक बार प्रयोग करके फेंक दिया जाता है। इनमें प्लास्टिक की थैलियां, डिस्पोजल प्लास्टिक, स्ट्रा, सोडा व पानी की बोतलें शामिल हैं।

एक हफ्ते से रोज पकड़ी जा रही 50 किलो पॉलीथिन

नगर निगम का प्रवर्तन दल एक हफ्ते से रोजाना करीब 50 किलो पॉलीथिन पकड़ रहा है। सोमवार को असुरन चौराहे पर स्कूटी से दो बोरे में पॉलीथिन के साथ युवक पकड़ा गया। दोनों बोरों में 50 किलो पॉलीथिन था। दल ने जुर्माना करने के साथ चेतावनी दी। इसी तरह रविवार को चरगांवा ब्लॉक गेट के सामने अपर नगर आयुक्त और प्रवर्तन दल ने दुकान में छापेमारी की। टीम ने दुकान से 50 किलो से अधिक पॉलीथिन बरामद की। टीम ने जुर्माना लगाने के साथ चेतावनी दी। इसी तरह से अन्य जगह कार्रवाई की गईं।

जिले में अगर पॉलीथिन बिक रही है तो कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिंगल यूज प्लास्टिक पूरी तरह से बैन है। इसके लिए नगर निगम समेत अन्य संबंधित अफसरों से जवाब तलब किया जाएगा।

कृष्णा करुणेश, डीएम गोरखपुर

सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। पॉलीथिन पूरी तरह से प्रतिबंधित हो चुकी है, लेकिन चोरी चुपके बिकने वाली पॉलीथिन पर कार्रवाई जरूरी है।

आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ

नगर निगम की टीम पॉलीथिन के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। पकड़े जाने वालों पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है। अब इसमें और तेजी लाई जाएगी। कहीं भी पॉलीथिन की बिक्री नहीं होने दी जाएगी।

दुर्गेश मिश्र, अपर नगर आयुक्त

प्रवर्तन दल लगातार छापेमारी कर रहा है। रोजाना पॉलीथिन पकड़ी जा रही है। पकड़े गए लोगों के अनुसार गुजरात, गाजियाबाद, कानपुर से मॉल आ रहा है। पॉलीथिन के बड़े कारोबारियों की खोजबीन चल रही है।

- कर्नल सीपी सिंह, प्रवर्तन दल अधिकारी