गोरखपुर (ब्यरो)।इधर, जानकारी पर प्रभारी चीफ इंजीनियर मौके पर पहुंचे और छानबीन की। उन्होंने कहा कि मामले में ठेकेदार और जेई पर कार्रवाई की जाएगी। इसकी जांच शुरू कर दी गई है।

करीब छह मीटर बन रहा था स्लैब

स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब छह मीटर नाले पर स्लैब का निर्माण कुछ दिनों से चल रहा था। शनिवार दिन में 11 बजे निर्माण के दौरान अचानक स्लैब गिर गया। बताया कि स्लैब को देखकर इसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री का पता चल रहा था। इसमें सीमेंट नाममात्र यूज किया गया है। बालू भी जो इस्तेमाल की गई थी वह भी बेहद घटिया क्वालिटी का था।

ठेकेदार है एक पार्टी का नेता

लोगों ने बताया कि ठेकेदार एक पार्टी का नेता है। वह पार्षद भी रह चुका है। इसके चलते उसे काम को कैसे जल्दी और कम लागत में करा देना है, पता है। नगर निगम के अफसरों से भी उसकी अच्छी सांठगांठ है। बताया कि कई दिनों से चल रहे उसके कामों की जांच करने के लिए कोई अधिकारी भी नहीं आया। मनमानी ढंग से ठेकेदार तेजी से काम कराकर खत्म कर दिया था। शनिवार को हादसे के बाद नगर निगम के कामों के प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है।

मामले में ठेकेदार और जेई पर कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच भी कराई जा रही है। अभी जो बताया गया है कि उसमें शटरिंग की चार बल्लियों के टूटने से स्लैब गिरने की घटना हुई है।

- देवेंद्र कुमार, प्रभारी चीफ इंजीनियर, नगर निगम