गोरखपुर (ब्यूरो)।इनके पास से पुलिस ने 1 अवैध पिस्टल और 3 देसी कट्टा के साथ कारतूस भी बरामद किया है। चारों बदमाश 20-21 साल के हैं। इन्होंने बताया कि वे प्यार के चक्कर मेें पैसे कमाने के लिए ये सब करते हैं।

जेल गया बदमाश दिलाता था असलहा

मंगलवार को एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने बताया, इन सप्लायरोँ को वीरू नामक बदमाश असलहा मुहैया कराता था। वीरू वर्तमान में डकैती केस में जेल में है। इनके द्वारा बेचे गए असलहे का प्रयोग गैस एजेंसी मैनेजर संग हुई लूट में हुआ था, जिसे पुलिस ने बरामद किया था। पकड़े गए तस्करों की पहचान गुलरिहा थाना के भेलीनपुर महराजगंज निवासी तेज प्रताप साहनी, महराजगंज टोला सेवई निवासी रविन्द्र निषाद, सियारामपुर निवासी कमलेश चौहान व रघुनाथपुर निवासी दीपक यादव के रूप में हुई है।

कई सप्लायर हैं शामिल

एसपी नार्थ ने बताया, 13 फरवरी 2023 को शिव शक्ति गैस एजेंसी के मैनेजर से लूट हुई थी। जिसमें कुछ लुटेरों को पुलिस ने पकड़ा था और कुछ असलहे भी बरामद किए थे। अनावरण के समय जानकारी मिली थी कि जिस पिस्टल का प्रयोग लूट में हुआ था। वह पिस्टल तेज प्रताप साहनी ने घटना के बाद पकड़े गए लुटेरे अनिरुद्ध को बेचा था। पूछताछ में असलहा तस्करी में पकड़े गए सप्लायर तेज प्रताप ने बताया कि वह अपने साथी रविन्द्र निषाद, कमलेश के साथ मिलकर असलहा बेचता है। उसे यह असलहा चिलुआताल के शेखपुरवा निवासी वीरू सिंह उर्फ हर्ष सिंह मुहैया कराता है। तेज प्रताप ने एक पिस्टल दीपक यादव को तथा एक पिस्टल पूर्व में गिरफ्तार लुटेरे अनिरुद्ध को बेची थी। पुलिस के अनुसार इन तस्करों को असलहा मुहैया कराने वाला वीरू सिंह इस समय डकैती के आरोप में 24 जनवरी 2023 से जेल में बन्द है।

30 हजार में बेचते थे पिस्टल

एसपी नार्थ ने बताया कि जय प्रताप बाकायदा पहले वाट्सएप पर असलहे की फोटो भेजकर पसंद कराता था। फिर डील पक्का कर साथियों संग मिलकर सप्लाई करता था। वह एक पिस्टल 30 हजार में और एक तमंचा 5 हजार में बेचता था। हर पिस्टल व तमंचे पर उसे 2 से 3 हजार का फायदा होता था। पुलिस अब मुख्य सप्लायर जेल में बन्द वीरू से भी पूछताछ करेगी और जानेगी कि तेज प्रताप व उसके साथियों ने कितने असलहे अबतक बेचे है। साथ ही वीरू कहां से ये असलहे मंगाता है। पुलिस के अनुसार तेज प्रताप पहले भी जेल जा चुका है। वहीं पकड़े गए दीपक यादव, रविन्द्र निषाद व कमलेश पहली बार जेल जा रहे हैं।