गोरखपुर (ब्यूरो)। कैंपस के भीतर उखड़ चुकी सड़कों को मरम्मत के लिए जीडीए और पीडब्ल्यूडी की मदद ली जाएगी। इसके लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है। जल्द ही इस काम शुरू हो जाएगा। वहीं गुरू गोरक्षनाथ शोध पीठ में ग्रीन कैंपस, क्लीन कैंपस किए जाने के क्रम में सड़कों के निर्माण और फ्लावरिंग के लिए टेंडर भी निकाल दिया गया है।

सड़कों की होगी मरम्मत

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में बदलाव की बयार शुरू हो चुकी है। वीसी प्रो। पूनम टंडन ने कैंपस में जायजा लेने के दौरान उखड़ी हुई सड़कों को देखकर सड़कों के मरम्मत के लिए जिम्मेदारों को इसका निर्देश देते हुए कहा है कि मेन गेट से सभी विभागों को जाने वाली सड़कों के मरम्मत कराए जाएं, साथ ही सड़कों के किनारे प्लांटेशन कराकर ब्यूटीफिकेशन किया जाए, ताकि कैंपस का वातावरण पूरी तरह से ग्रीन कैंपस और क्लीन कैंपस दिखाई दे। इसके लिए प्रस्ताव बनाया जाए और प्रस्ताव को शासन से अप्रूवल के बाद काम स्टार्ट करा दिया जाए।

ताकि खुशनुमा हो कैंपस

वीसी ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को बताया कि कैंपस के मेन गेट से एंट्री करने के बाद एक ऐसा वातावरण दिखेगा, जो बिल्कुल ही एक अलग अहसास कराएगा। इसके साथ ही सड़कों के किनारे लगाए जाने वाले प्लांट से खुशबू आए, ताकि वातावरण खुशनुमा हो, इसके लिए प्रयास शुरू कर दिया गया है। मेन गेट से साइंस फैकेल्टी की तरफ जाने वाली सड़क हो या फिर आर्ट फैकेल्टी और हिंदी डिपार्टमेंट की तरफ जाने वाली सड़कें, सभी सड़कों के मरम्मत के साथ-साथ दोनों साइड में ब्यूटिफिकेशन का काम होगा।

गोरखपुर यूनिवर्सिटी कैंपस का ब्यूटिफिकेशन का काम कराया जाएगा। मेन गेट से एंट्री करते ही सभी सड़कों की मरम्मत होगी, दोनों साइड में प्लांटेशन का काम होगा। खुशबू देने वाले प्लांट लगाए जाएंगे। एक अच्छा वातावरण होगा।

- प्रो। पूनम टंडन, वीसी, डीडीयूजीयू