- 16 मार्च से भरे जाएंगे गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए फॉर्म, काउंसिलिंग भी कराएंगी यूनिवर्सिटी

- 250 से ज्यादा स्टूडेंट्स होने पर प्रदेश के बाहर भी बन सकेगा सेंटर

- नौ शहरों में एडमिशन फॉर्म का खाका तैयार, डेढ़ लाख सीट्स के लिए ऑर्गनाइज होगा ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड कॉलेजेज में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स को अब इधर-उधर नहीं भटकना होगा। वहीं उन्हें एडमिशन के लिए भी किसी तरह की माथापच्ची नहीं करनी होगी। डीडीयूजीयू ने पहली बार सिंगल विंडो सिस्टम अपनाते हुए इस बार कॉलेजेज के लिए ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम कराने का फैसला किया है। स्टूडेंट्स सिर्फ 750 रुपए देकर 294 कॉलेज में एडमिशन के लिए ऑथराइज हो जाएंगे, एंट्रेंस के बाद उनकी मेरिट कॉलेज का फैसला करेगी। वहीं एससी-एसटी स्टूडेंट्स को इसके लिए 450 रुपए ही खर्च करने पड़ेंगे।

16 मार्च से भरे जाएंगे फॉर्म

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में जेईई के लिए ऑनलाइन अप्लीकेशन प्रॉसेस 16 मार्च से शुरू होगी। यूनिवर्सिटी की वेबसाइट www.स्त्रस्त्रह्वद्दश्रह्मड्डद्मद्धश्चह्वह्मह्वठ्ठद्ब1द्गह्मह्यद्बह्ल4.द्बठ्ठ पर इसका लिंक अवेलबल होगा। अप्लीकेशन फॉर्म 15 अप्रैल तक भरे जा सकेंगे। वीसी प्रो। वीके सिंह ने बताया कि इंटरेस्टेड स्टूडेंट्स के लिए अप्लीकेशन फॉर्म में काफी सुविधाएं दी जाएंगी। अप्लीकेशन फॉर्म भरने से पहले स्टूडेंट्स वेब लिंक पर जाकर यूनिवर्सिटी कैंपस के साथ सभी एफिलिएटेड कॉलेजेज में अवेलबल कोर्सेज की जानकारी और अवेलबल सीट्स के बारे में भी जान सकेंगे।

मई में होगा यूनिवर्सिटी जेईई

यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड कॉलेज में एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी जेईई मई में कंडक्ट किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए वीसी ने बताया कि मेरिट के अकॉर्डिग काउंसिलिंग प्रॉसेस कंप्लीट की जाएगी। स्टूडेंट्स को बेहतर फैसिलिटी प्रोवाइड कराने के इरादे से अभी 9 शहरों में जेईई कराने की तैयारी चल रही है, लेकिन अगर किसी शहर से 250 से ज्यादा अप्लीकेशन आती है, तो वहां भी सेंटर बनाया जा सकता है। इससे स्टूडेंट्स को अपने शहर में ही एंट्रेंस एग्जाम देने का मौका मिल जाएगा।

एक बार भरना होगा फॉर्म

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के साथ ही एफिलिएटेड कॉलेजेज में एडमिशन के लिए अब तक स्टूडेंट्स को अलग-अलग फॉर्म भरना पड़ता था। इसके लिए उन्हें अलग-अलग पैसे भी खर्च करने पड़ते थे। कहीं न कहीं एडमिशन हो जाए, इसके लिए स्टूडेंट्स एक साथ कई कॉलेजेज के फॉर्म भरते थे, जिससे उनका साल वेस्ट न हो। इसके लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने यूनिवर्सिटी जेईई कराने का फैसला किया है। वीसी ने बताया कि अब स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना हो या फिर एफिलिएटेड कॉलेज में, उन्हें सिर्फ एक फॉर्म भरना होगा और फॉर्म के लिए एक बार ही पैसे अदा करने होंगे।

बीएड की तर्ज पर काउंसिलिंग

यूनिवर्सिटी में होने वाली इस एडमिशन प्रॉसेस में स्टूडेंट्स फॉर्म भरने के बाद यूनिवर्सिटी की ओर से ऑर्गनाइज होने वाले एंट्रेंस में शामिल होगा। इसमें उनकी जो भी रैंक आएगी, उसके हिसाब से उन्हें काउंसिलिंग के लिए मौका मिलेगा। पहले काउंसिलिंग करने वाले स्टूडेंट्स मेरिट के अकॉर्डिग जो भी च्वॉयस लॉक करते हैं, उन्हें उस कॉलेज का एलॉटमेंट किया जाएगा। इससे एक तरफ जहां कॉलेज में सीट खत्म होने का डर खत्म हो जाएगा, वहीं स्टूडेंट्स को अपने मनचाहे कॉलेज में आसानी से एडमिशन मिल जाएगा। इतना ही नहीं जिन कॉलेजेज में एडमिशन के लिए लंबी लाइने लगती हैं, वहां टैलेंटेड स्टूडेंट्स को आसानी से एंट्री भी मिल जाएगी। वहीं एफिलिएटेड माइनॉरिटीज कॉलेज को गवर्नमेंट रूल के अकॉर्डिग 50 परसेंट एडमिशन लेने की छूट अब भी होगी।

लगभग एक लाख सीटों पर एडमिशन

वीसी प्रो। सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड कॉलेजेज में ग्रेजुएट लेवल पर डिफरेंट कोर्स में तकरीबन एक लाख सीटों पर एडमिशन होगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने दो टीम्स फॉर्म की है। प्रो। सुधीर कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व वाली टीम अप्लीकेशन फॉर्म और काउंसिलिंग वर्क देखेगी, जबकि प्रो। अजेय गुप्ता के नेतृत्व वाली टीम एंट्रेंस एग्जाम ऑर्गनाइज कराने और रिजल्ट डिक्लेयर करने में सहयोग करेगी। इस मौके पर रजिस्ट्रार शत्रोहन वैश्य, एफओ वीरेंद्र चौबे, एग्जामिनेशन कंट्रोलर डॉ। अमरेंद्र कुमार सिंह, प्रो। अजेय कुमार गुप्ता, प्रो। विजय कुमार, प्रो। हिमांशु चतुर्वेदी और यूनिवर्सिटी के पीआरओ प्रो। हर्ष कुमार सिन्हा के साथ ही चीफ प्रॉक्टर प्रो। गोपाल प्रसाद मौजूद रहे।

यह प्रपोज्ड है जेईई -

गोरखपुर

बस्ती

संत कबीरनगर

देवरिया

महराजगंज

सिद्धार्थनगर

कुशीनगर

लखनऊ

पटना

एंट्रेंस फीस -

जनरल - 750

एससी/एसटी - 450

स्टैटिक्स -

टोटल सीट्स - करीब 1.5 लाख

टोटल कॉलेज - 294 (यूनिवर्सिटी कैंपस को छोड़कर)

फॉर्म स्टा‌र्ट्स - 16 मार्च

लास्ट डेट - 15 अप्रैल