गोरखपुर (ब्यूरो).नेपाल बस सेवा संचालित करने के लिए फरवरी 2022 में नेपाल का एक प्रतिनिधिमंडल रोडवेज के अफसरों से मिला था। इस दौरान बस के खड़ा करने के साथ ही इसके रख-रखाव के अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की थी। 15 से 20 फरवरी के बीच काठमांडू-गोरखपुर बस सेवा शुरू करने का अश्वासन भी दिया था। लेकिन गोरखपुर से काठमांडू के लिए बस सेवा चलाने के लिए परिवहन विभाग स्टेट परमिट के लिए इंतजार करता रहा। तय डेडलाइन पर परमिट नहीं मिलने की वजह से सेवा बहाल नहीं हो सकी।

एंबेसी को लिखा लेटर

रोडवेज प्रशासन की पहल के चलते स्टेट ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट लखनऊ ने पहले ही परमिट जारी कर इसकी अनुमति के लिए इंडियन एंबेसी को पत्र लिखा। इंडियन एंबेसी ने इसके लिए हरी झंडी दे दी। इसके बाद अब नेपाल सरकार की एंबेसी से अनुमति मिली बाकी है। बताया जा रहा है कि इस प्रक्रिया को पूरा होने में अभी तीन महीने का वक्त और लग सकता है। नेपाल सरकार की ओर से अनुमति मिलते ही दोनों देशों के बीच एमयू पर हस्ताक्षर होगा। इसके बाद भारत-नेपाल बस सेवा का संचालन शुरू हो जाएगा।

लॉकडाउन के चलते स्कीम बंद

गोरखपुर से काठमांडू के बीच एसी बस सेवा शुरू करने की स्कीम दो साल पहले तैयार हुई थी, लेकिन लॉकडाउन के चलते यह सेवा बंद हो गई। नेपाल ट्रांसपोर्ट की सक्रियता से लग रहा था कि जल्द ही इस सेवा को चालू कर दिया जाएगा, लेकिन परमिट न मिलने की वजह से ऐसा नहीं हो सका। अब उम्मीद जगी है कि जल्द से जल्द बस सेवा बहाल की दी जाएगी।

गोरखपुर-काठमांडू बस सेवा चलाने के लिए पहले ही परमिट मिल चुका है। इंडियन एंबेसी ने भी अनुमति दे दी है। नेपाल सरकार के अनुमति का इंतजार है। दोनों देशों के बीच समझौता पर हस्ताक्षर होना है। इसके बाद बस सेवा चालू कर दी जाएगी।

- पीके तिवारी, आरएम गोरखपुर परिक्षेत्र