गोरखपुर (ब्यूरो).हेल्थ एटीएम स्वास्थ्य के क्षेत्र में तकनीकी की महत्ता का एक छोटा सा उदाहरण है। स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम लगने के बाद गांव का व्यक्ति भी केंद्र पर जाकर 5 मिनट में 50 से अधिक जांच करा सकेगा, वह भी फ्री, बिना भागदौड़ के। उन्होंने कहा कि हेल्थ एटीएम आज की आवश्यकता है। सरकार की मंशा है कि अगले दो से तीन महीने में गोरखपुर के सभी स्वास्थ्य केंद्र हेल्थ एटीएम से आच्छादित हो जाएं।

तीन से पांच मिनट में हो जाएगी 59 जांचे

सीएम योगी ने ने कहा कि हेल्थ एटीएम से करीब 59 प्रकार की जांच एक ही जगह पर बैठे 3 से 5 मिनट में हो जाएगी। इसकी जांच रिपोर्ट को टेली कंसल्टेंसी के माध्यम से विशेषज्ञ डॉक्टर को ऑनलाइन भेजकर उचित चिकित्सकीय परामर्श लिया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि हेल्थ एटीएम में वजन, पल्स रेट, जैसी सामान्य जांच के साथ ही कार्डियक, ब्लड शुगर, यूरिन, डेंगू, मलेरिया, हेपेटाइटिस, आर्थराइटिस प्रोफाइल, प्रेगनेंसी टेस्ट, टाइफाइड जैसी महत्वपूर्ण जांच भी हो जाएगी।

रिपोर्ट के आधार पर ले सकेंगे टेली कन्सलटेंसी

उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से अक्सर शिकायत मिलती थी कि पीएचसी-सीएचसी पर विशेषज्ञ डॉक्टर की उपलब्धता नहीं हो पा रही। टेली कंसल्टेंसी से जुड़े हेल्थ एटीएम इस समस्या का समाधान करेंगे। हेल्थ एटीएम नेटवर्क से भी जुड़ा रहेगा जिससे टेली कंसल्टेंसी की जा सके। इसके लिए सभी सीएचसी-पीएचसी को वाई फाई से लैस कर टेली कंसल्टेशन से जोड़ा जा रहा है। सीएम ने कहा कि हेल्थ एटीएम सीएसआर फंड से उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सर्विस प्रोवाइडर से ही पैरामेडिक्स को हेल्थ एटीएम संचालन की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी।

पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का कायाकल्प

सीएम योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2017 के बाद से पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र के कायाकल्प का भी उल्लेख किया। 1977 से 2017 तक 40 सालों में 50 हजार मासूमों की मौत इंसेफलाइटिस से हो गई थी। 2017 के बाद से धीरे धीरे इस पर नियंत्रण पाया गया। इस वर्ष जेई (जापानी इंसेफेलाइटिस) और एईएस (एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम) के कुल 40 मरीज मिले हैं। 7 मरीज जेई के हैं और सुखद बात यह है कि इनमें से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि पहले प्रतिदिन 15 से 20 मौतें हो जाती थीं।

शुरू हो गई एम्स की सेवाएं

उन्होंने कहा कि 5 वर्ष पूर्व जिस बीआरडी मेडिकल कॉलेज की हालत खराब थी वही कोरोना काल में इलाज की निर्णायक भूमिका में दिखा। अब तो बीआरडी मेडिकल कॉलेज सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक शुरू हो चुका है और इसके साथ ही गोरखपुर में एम्स की सेवाएं भी शुरू हो गई हैं। जिला अस्पताल व अन्य स्वास्थ्य केंद्रों का भी उन्नयन हुआ है। उन्होंने अपील की कि हर पात्र व्यक्ति प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत अपना कार्ड अवश्य बनवा ले ताकि उसे पांच लाख रुपये तक इलाज के लिए बीमा कवर का लाभ मिल सके। हेल्थ एटीएम का शुभारंभ करने से पूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग जनों में ट्राई साइकिल वितरित की और दिव्यांगजन के लिए शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिए यूनिक आईडी कार्ड बनवाने की अपील की।

हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर पहले नहीं दिया गया ध्यान : सांसद रवि किशन

इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि सपा, बसपा की सरकारों ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर कभी ध्यान ही नहीं दिया, जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दिशा में नई क्रांति लाई है। मानवता की सेवा ही उनका ध्येय है। 25 करोड़ जनता के लिए हरेक क्षेत्र में वह प्रदेश को ऊंचाई पर ले जा रहे हैं। स्वागत पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह, आभार ज्ञापन करते है सीएमओ डॉ। आशुतोष दुबे ने किया। इस अवसर पर अलवर के सांसद महंत बालकनाथ, राज्यसभा सदस्य डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल, मेयर सीताराम जायसवाल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ। धमेंद्र सिंह, गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह, कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह, सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ल, चरगांवा की ब्लॉक प्रमुख श्रीमती वंदना सिंह, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास आदि मौजूद रहे।