गोरखपुर (ब्यूरो)। एडीएम सिटी ने बताया कि एग्जाम को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए सभी सेंटर्स पर एक एक प्रभारी मजिस्ट्रेट और 20 सेक्टर मजिस्ट्रेट लगाए गए थे। फस्र्ट मीटिंग में जीएस में हिस्ट्री के क्वेश्चन ने कैंडिडेट्स को उलझाकर रखा तो वहीं सेकेंड मीटिंग में हिंदी ने राहत दी।

दो पालियों में हुई परीक्षा

परीक्षा को लेकर विभिन्न केंद्रों पर सुबह से ही गहमा-गहमी रही। एडीएम सिटी ने बताया कि फस्र्ट मीटिंग की एग्जाम सुबह 9.30 से 11.30 बजे तक कंडक्ट हुआ। इसमें 28605 कैंडिडेट रजिस्टर्ड थे, इसमें 15954 ही सेंटर तक पहुंचे। वहीं सेकेंड मीटिंग 2.30 से 3.30 बजे तक हुई, जिसमें रजिस्टर्ड 15870 कैंडिडेट ने एग्जाम दिया। सुबह से ही कैंडिडेट्स एग्जाम सेंटर्स पर पहुंचने लगे। सुबह साढ़े आठ बजे तक लगभग सभी सेंटर पर कैंडिडेट्स का रेला लग गया। नौ बजे इन कैंडिडेट्स को एंट्री दी गई। इसके बाद साढ़े नो बजे से एग्जाम शुरू हो गई। एग्जाम सेंटर पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे।

कैंडिडेट्स के चेहरे पर थी खुशी

सेकेंड मीटिंग की एग्जाम देकर बाहर निकले कैंडिडेट्स के चेहरे पर खुशी साफ नजर आई। सेंट एंड्रयूज कॉलेज, एमपी आर्य कन्या इंटर कॉलेज, दयानन्द कन्या इंटर कॉलेज, नेहरू कन्या इंटर कॉलेज बिछिया रेलवे कॉलोनी के सेंटर पर आईनेक्स्ट की टीम ने एग्जाम देकर बाहर निकले कैंडिडेट रेनु, प्रियंका, पूजा, विनीत, मयंक, रोहित, सुनील सहित अन्य से बात की तो उन्होंने पेपर अच्छा होने की बात कही। उनका कहना था कि जिन्होंने थोड़ा पहले से तैयारी की होगी, उनका रिजल्ट अच्छा आएगा। हिंदी का पेपर सबने शानदार बताया।

हिंदी के क्वेश्चन आसान थे। आधे घंटे में ही पेपर कम्प्लीट कर लिया। फस्र्ट मीटिंग में जीएस के क्वेश्चन टफ आए थे। एग्जाम अच्छा गया है।

- शिप्रा सिंह, कैंडिडेट

हिस्ट्री से क्वेश्चन टफ आए थे, इससे थोड़ा हर बार से ज्यादा क्वेश्चन पूछे गए थे। यूपी से जुड़े जीएस के सवाल ज्यादा आए थे। हिंदी के पेपर आसान आया था।

रेनू सिंह, कैंडिडेट

हिंदी का पेपर अच्छा हुआ है। जल्दी पेपर कम्प्लीट कर लिया। फस्र्ट मीटिंग में जीएस से हिस्ट्री के क्वेश्चन टफ पूछे गए थे, मैं पहली बार इस एग्जाम में बैठी थी।

लक्ष्मी पांडेय कैंडिडेट

हिंदी के पेपर आसान आए थे। समय से पहले ही पेपर कम्प्लीट कर लिया था। पेपर अच्छा गया है। पिछले बार से इस बार हिस्ट्री से क्वेश्चन टफ आया था।

किशन चंद, कैंडिडेट

फस्र्ट मीटिंग में इतिहास के सवालों ने काफी माथापच्ची कराई। बाकी पेपर अच्छा आया था। पढ़े गए क्वेश्चन से ही पेपर आया था। हिंदी का पेपर अच्छा हुआ है।

मोहम्मद सुहेल, कैंडिडेट