गोरखपुर (ब्यूरो)। इसके लिए पैथोलॉजी डिपार्टमेंट में अत्याधुनिक इम्यूनोहिस्टोकेमेस्ट्री मशीन स्थापित की गई है। इसका कैलीब्रेशन कर ट्रायल पूरा हो गया है। मशीन से जुड़े डॉक्टर और हेल्थ कर्मी की ट्रेनिंग भी हो चुकी है। जल्द ही जांच शुरू हो जाएगी।

ईस्ट यूपी में ऑटोमेटेड मशीन

ईस्ट यूपी में पहली बार किसी मेडिकल कॉलेज में ऑटोमेटेड इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री मशीन लगाई गई है। यह मशीन एक साथ कई प्रकार की जांच करती है। खास बात यह है कि यह कैंसर की पहचान के साथ ही उसके प्रकार की भी पहचान करती है। इस मशीन से टिश्यू कैंसर प्रभावित अंग का ऊतक के जरिए जांच की जाती है। मशीन बायोप्सी की जांच के साथ ही यह भी पता लगाती है कि कैंसर फैलने वाला है या गांठ वाला। एक बार सैंपल लगाने पर 40 प्रकार के बायोप्सी मार्कर की जांच यह कर सकती है। यह एक साथ टिश्यू के 40 स्लाइड की भी जांच करती है। मशीन को मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग में स्थापित किया गया है। पैथोलॉजी की एचओडी डॉ। शिल्पा बहिकर और ब्लड बैंक की नोडल इंचार्ज डॉ। कंचन श्रीवास्तव ने बताया कि टिश्यू से कैंसर प्रकार की जांच के लिए इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री सबसे आधुनिक मशीन है। सटीक जांच से डॉक्टर्स को यह तय करने में आसानी होगी कि उन्हें क्या और कैसे ट्रीटमेंट करना है।

चार घंटे में रिपोर्ट

बताया कि पहले इस जांच के लिए टिश्यू सैंपल दिल्ली, मुम्बई या हैदराबाद भेजना पड़ता था। रिपोर्ट मिलने में सात से 10 दिन लग जाते थे। अब सिर्फ चार घंटे में जांच पूरी हो जाएगी। इसके बाद रिपोर्ट दे दी जाएगी। अब रिपोर्ट जल्द मिलने से पेशेंट्स को काफी सहूलियत होगी।

पेशेंट्स के ट्रीटमेंट में पैथोलॉजी जांच का अहम रोल है। इसी वजह से विभाग को हाईटेक बनाया जा रहा है। कैंसर जांच के लिए इम्यूनोहिस्टोकेमेस्ट्री मशीन खरीदी गई है। इससे कैंसर की जांच व पहचान हो सकेगी। जल्द ही इसे शुरू कर दिया जाएगा।

डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल बीआरडी