(प्रांजल साहू).यूथ में बढ़ती हार्ट अटैक और मेंटल स्ट्रेस की समस्या के लिए योगगुरु प्रमोद यादव ने बताया, आजकल के युवा जिम में वर्कआउट पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, जिसकी वजह से उनके बॉडी में हमेशा तनाव बना रहता है। इससे बचने के लिए उन्हें वर्कआउट के साथ-साथ प्रणायाम पर भी ध्यान फोकस करना चाहिए। इससे मेेंटल स्ट्रेस, कॉलेस्ट्रॉल, फेफड़ों आदि की समस्या तो दूर होती ही है साथ ही बॉडी को इंटरनल मजबूती मिलती है।

यूथ को फिट रहने के लिए कुछ प्रमुख आसन

उष्ट्रासन- इसे विपरीत कर्णी आसन भी कहा जाता है। इसे करने से बॉडी सॉफ्ट होती है और जब बॉडी सॉफ्ट होती है तब वह तरह-तरह के रोगों से भी दूर रहती है। उष्ट्रासन फेफड़ों के लिए काफी फायदेमंद होता है।

चक्रासन- पीठ में दर्द को ठीक करने के लिए यह सबसे अच्छा आसन है क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी को सॉफ्ट बनाता है। इस आसन को लगातार करते रहने से शरीर जल्दी बूढ़ा नहीं होता।

धनुरासन- यह बॉडी को फिजिकली फिट बनाता है। इस आसन को करने से हाथ, पैर, फेफड़े, रीढ़ की हड्डी और कमर को मजबूती मिलती है।

सर्वांग आसन- इसे 'आसनों की रानीÓ भी कहते हैं। इससे शीर्ष आसन का भी लाभ मिलता है। इस आसन को करने से ब्लड सरकुलेशन हर्ट की तरफ होता है और बॉडी में बैलेंस मेनटेन होता है। बीपी के पेशेंट्स को यह आसन नहीं करना चाहिए।

हलासन- इससे बॉडी में ताकत आती है। इस आसन को करने से गर्दन और रीढ़ की हड्डी सॉफ्ट रहती है। सर्वाइकल के पेशेंट्स को यह आसन नहीं करना चाहिए।

यह है योग क्रम

1. प्रार्थना

2. सदलज/चालन क्रिया/शिथिलीकरण

3. योगासन -

- खड़े होकर करने वाले आसन

ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन

- बैठकर करने वाले आसन

भद्रासन, वज्रासन, अर्ध उष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशांकासन, उत्तान मंडूकासन, वक्रासन

- पेट के बल लेट कर किए जाने वाले आसन

मकरासन, भुजंगासन, शलभासन

- पीठ के बल लेट के किए जाने वाले आसन

सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, अर्ध हलासन, पवनमु1तासन, श्वासन

4. कपालभाति

5. प्रणायाम

नाड़ी शोधन या अनुलोम-विलोम प्राणायाम, शीतली प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम

6. ध्यान

7. संकल्प

8. शांति पाठ

यह हैं योगासन -

1. खड़े होकर करने वाले आसन

- ताड़ासन

- वृक्षासन

- पादहस्तासन

- अद्र्ध चक्रासन

- त्रिकोणासन

2. बैठकर किए जाने वाले आसन

- भद्रासन

- वज्रासन

- उष्ट्रासन

- शशकासन

- उत्तानमंडूकासन

- वक्रासन

3. पेट के बल लेटकर किए जाने वाले आसन

- मकरासन

- भुजंगासन

- शलभासन

4. पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले आसन

- सेतुबंधासन

- उत्तानपादासन

- अर्ध हलासन

- पनवमुक्तासन

- शवासन

क्यों मनाया जाता है 'इंटरनेशनल योगा डे'

'इंटरनेशनल योगा डे' को मनाने का मकसद दुनियाभर में लोगों के अंदर योग के प्रति जागरुकता फैलाना है और रोगों से दूर रहने के लिए प्रेरित करना है। इसकी शुरुआत 21 जून 2015 को हुई थी।