गोरखपुर (ब्यूरो)।एक तो कमरों और डॉरमेट्री की संख्या बेहद कम हो गई है। वहीं दूसरे रेलवे की तुलना में किराया चार गुना से अधिक हो गया है। कमरों की संख्या कम होने और किराया ज्यादा होने की वजह से जरूरतमंद यात्री इस सेवा का लाभ अच्छे से नहीं उठा पा रहे हैं। जबकि रेलवे के पास जब यह सुविधा थी तो हर समय कमरे के लिए मारामारी रहती थी। महज 75 रुपए में ही डॉरमेट्री बेड 24 घंटे के लिए मिल जाता था। लेकिन अब इसका रेट बढ़ जाने से यात्रियों की जेब ढीली हो रही है।

24 घंटे के लिए 684 रुपये

रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए खोले गए डॉरमेट्री व रिटायरिंग रुम का रेट लिस्ट जारी कर दिया गया है। लेकिन रेल यात्रियों को यह सुविधा रास नहीं आ रही है। दरअसल, आईआरसीटीसी ने थोड़ा सा मॉडीफिकेशन कर किराया छह गुना से अधिक कर दिया है। 75 रुपए वाली डॉरमेट्री का किराया वर्तमान में 24 घंटे के लिए 684 रुपए है। रिटायरिंग रूम का किराया तो पूछिए ही मत। कमरे का किराया किसी होटल से कम नहीं है। पहले एसी कमरे का किराया जहां 500 रुपए था, वहीं अब 1700 से लेकर 2100 रुपए तक है। वहीं जो एसी महाराजा रुम के नाम का फेयर बनाया गया है। वह 3 घंटे का 700 रुपए, 6 घंटे का 900 रुपए तो 24 घंटे का 2100 रुपए हो गया है। जब तीन साल पहले तक रेलवे के पास यह व्यवस्था थी तो उस समय डॉरमेट्री बेड की संख्या 51 थी और कमरों की संख्या 17 थी। जबकि आईआरसीटीसी के हाथ में सेवा आने के बाद डॉरमेट्री बेड की संख्या महज 31 और कमरों की संख्या महज तीन है।

कई कमरों में भरा है बिल्डिंग मैटेरियल

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब रिटायरिंग रुम और डॉरमेट्री कमरों का जायजा लेने के लिए पहुंचा तो जिन कमरों में कभी यात्री रुका करते थे उन कमरों में इस समय बिल्डिंग मैटेरियल रखा हुआ है। आईआरसीटीसी को परवाह नहीं है कि कमरों में रखी गंदगी देखकर यात्री यहां आना ही नहीं चाहेंगे। रेल यात्री सुनील कुशवाहा ने बताया कि व्यापार के सिलसिले में दिल्ली और मुम्बई जाते थे। अक्सर ऐसा होता था कि गोरखपुर वापसी में संपर्कक्रांति एक्सप्रेस रात में दो बजे ही गोरखपुर पहुंच जाती थी। रात में कोई साधन पनियहवा के लिए नहीं मिलता था। ऐसे में महज 75 रुपए में डॉरमेट्री बुक कराते थे और फिर आराम से 8 बजे तक गांव निकलते थे। वर्तमान में अगर छह घंटे के लिए डारमेट्री बुक कराते हैं तो 300 रुपए देना पड़ता है।

2018 से आईआरसीटीसी ने लेना शुरू किया था चार्ज

रिटायरिंग रूम और डारमेट्री को डेवलप करने के लिए आईआरसीटीसी ने अक्टूबर 2018 में रेलवे से चार्ज लेना शुरू किया था। उसके बाद 8 जनवरी 2020 और दिसंबर 2020 में पूरी तरह से चार्ज अपने हाथ में ले लिया। पांच सालों में आईआरसीटीसी 17 कमरों में से महज तीन को डेवलप कर सकी जबकि डॉरमेट्री के 51 बेड में महज 31 का संचालन शुरू कर पाई।

रिटायरिंग रुम व डॉरमेट्री - 24 घंटे का किराया

एसी महाराजा - 2100 रुपए

एसी डीलक्स रुम - 1704 रुपए

एसी डॉरमेट्री केबिन - 684 रुपए

नोट - इसमें सर्विस और जीएसटी चार्ज इंक्लूड है.

रिटायरिंग रुम का रिनोवेशन हो रहा है। रेट लिस्ट आई गई है। जो लोग आते हैैं, उनके पास टिकट होना अनिवार्य है। घंटे के हिसाब से चार्ज फिक्स हुआ है। कुछ कमरे फंक्शन में नहीं हैैं।

शिव शंकर सोनी, असिस्टेंट सुपरवाइजर, आईआरसीटीसी