गोरखपुर (ब्यूरो)। प्रथम दृष्टया आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई गई है। वहीं, रियलिटी चेक और पुरानी घटनाओं से सामने आया कि शॉर्ट सर्किट और मेंटेनेंस में अनदेखी की वजह से बसों में आग लग रही है। राप्तीनगर डिपो की जनरथ बस (यूपी53डीटी8033) बुधवार को अचानक आग का गोला बन गई। पैसेंजर्स को लेकर वाराणसी से गोरखपुर आ रही एसी बस में बड़हलगंज पटना चौराहे के पास अचानक आग लग गई। बस से आग का धुआं उठता देख 42 पैसेंजर्स में अफरा-तफरी मच गई। किसी तरह से पैसेंजर्स ने इमरजेंसी फाटक से कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन कई का सामान जल गया। पहले तो आसपास के लोगों ने बाल्टी से पानी डालकर आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। फायर ब्रिगेड एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा सकी।

दूसरी बस के ड्राइवर ने दी सूचना

सामने से आ रही रोडवेज बस के ड्राइवर ने इशारा कर आग लगने की सूचना दी। तब तक आग केबिन तक पहुंच गई। आग लगते ही ड्राइवर शैलेंद्र कुमार सिंह व कंडक्टर विपिन कुमार मौर्य ने इमरजेंसी गेट खोल कर पैसेंजर्स को बस से उतारना शुरू कर दिया। इस दौरान आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी कल्याण सिंह सागर पुलिस बल व फायर ब्रिगेड टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया।

आग लगी तो मौत दिखाई देने लगी

केस 1: आजमगढ़ के लाटघाट निवासी निर्मला दो छोटे बच्चों व परिवार के साथ गोरखपुर के लिए जनरथ एसी बस में सवार हुईं। जैसे ही बस में आग लगी। उनके होश उड़ गए। आंख के सामने मौत थी। आगजनी में 45 हजार रुपए एवं जेवरात सहित अन्य कीमती कपड़े जलकर खाक हो गए।

केस 2: वाराणसी से गोरखपुर आ रहीं रीता शर्मा ने भी अपना सामान बस में छोड़ दिया और अपनी जान बचाई। उन्होंने बताया कि वे एक समारोह में जा रही थीं। बैग में कपड़े व जेवरात थे। उन्होंने परिवहन निगम की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए क्षतिपूर्ति की मांग की।

केस 3: वाराणसी से गोरखपुर आ रहे मयंक त्रिपाठी घटना के समय बदहवास हो गए। बस से कूदने की आपाधापी में शरीर में कई जगह खरोंच भी आ गई। साथ ही कपड़े फट गए। इसी दौरान उनका पर्स भी जल गया।

आग लगने से थम गए अन्य वाहनों के पहिए

राप्तीनगर डिपो की जनरथ एसी बस में आग लगते ही हाइवे से गुजर रहे वाहनों के पहिए थम गए। करीब तीन घंटे तक हाइवे पर जाम की स्थिति रही। बस में लगी आग पूरी तरह बुझ जाने के बाद ही आवागमन बहाल हुआ। बस में आग लगने के बाद बड़हलगंज व दोहरीघाट की तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिसके चलते अन्य वाहनों में सवार पैसेंजर्स को पैदल ही गंतव्य तक जाना पड़ा।

इलेक्ट्रिक इंचार्ज सस्पेंड

परिवहन निगम के एसएम धनजी राम घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की। उन्होंने इलेक्ट्रिक इंचार्ज ओमप्रकाश को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। साथ ही मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सभी दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।