गोरखपुर (ब्यूरो)।ऐसे में हेल्थ एक्सपट्र्स भी गर्मियों में लिक्विड डाइट ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। यही वजह है कि गर्मी का असर दिखते ही अब शहर में जूस की दुकानें नजर आने लगी हैं। अब तक एक्का-दुक्का स्पॉट पर लगने वाली यह दुकानें अब काफी बढ़ गई हैं। डिहाईड्रेशन से बचने के लिए गोरखपुराइट्स ज्यादा से ज्यादा जूस पीने लगे हैं। इतना ही नही गर्मी बढ़ते ही हलक तर करने वाले फलों की मांग भी बढ़ गई है। भूख भी मिट जाए और इसके साथ गला भी तर हो जाए, इसके लिए लोग अब मार्केट में तरबूज, खरबूज और खीरे का भी खूब इस्तेमाल कर रहे हैं।

तरबूज, खरबूज और खीरे की मांग बढ़ी

थोक और फुटकर मार्केट में इन दिनों तरबूज, खरबूज और खीरे की डिमांड है। तरबूज, थोक मंडी में आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र से आ रहा है। थोक में इनकी कीमत 14 से 16 रुपए प्रति किलो है, जबकि फुटकर मार्केट में इसे 30 से 40 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा है। तरबूजा व्यापारी चंद्रिका गुप्ता ने कहा कि मंडी में अभी भाव ज्यादा है, अगले एक सप्ताह में तरबूज के दाम थोक मंडी में और कम होंगे। व्यापारी राम दरश ने कहा कि खरबूज का सीजन अब शुरू हुआ है, ऐसे में इसकी आवक मांग की तुलना में थोड़ी कम है। मंडी में समय के साथ खरबूज का रेट कम होगा। खीरा व्यापारी रणजीत साहनी ने कहा कि मंडी में चौरीचौरा, कैंपियरगंज, फरेंदा आदि जगहों से खीरे की स्थानीय आवक हो रही है।

लू से बचाता है तरबूज

डिहाईड्रेशन और लू से बचाने में जहां लिक्विड डाइट जरूरी है, वहीं ऐसे फल भी इसमें मददगार हैं, जिनका इस्तेमाल कर खुद को हाईड्रेट रखा जा सकता है। इसमें तरबूज काफी मददगार है। एक्सपट्र्स की मानें तो इसमें काफी फाइबर होता है, जिसकी वजह से यह गर्मी की वजह से होने वाली पेट से जुड़ी प्रॉब्लम से राहत देता है। वहीं लू लगने का रिस्क भी काफी कम कर देता है। अगर आप रोजाना तरबूज खाते हैं या इसका जूस पीते हैं तो शरीर में पानी की कमी नहीं होती और आपका शरीर हीट स्ट्रोक जैसी समस्याओं से बचा रहता है।

बेल और गन्ने भी खूब पसंद

बेल और गन्ने के जूस को जूस भी बेहद ठंडा माना जाता है। इस मौसम में इसकी डिमांड काफी ज्यादा है। हर मोड़ और चौराहे पर आपको इनकी दुकानें मिल जाएंगी। गोरखपुराइट्स भी इसे काफी पसंद कर रहे हैं।

इस मौसम में ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें। समय-समय पर नींबू, चीनी, नमक और पानी का घोल बनाकर पीएं। डिहाईड्रेशन होने पर अपने चिकित्सक से जरूर संपर्क करें।

- डॉ। राजेश कुमार, सीनियर फिजिशियन, जिला अस्पताल