- केयर एंड प्रोटेक्शन सेंटर्स में रहने वाले बच्चों की देखरेख को लेकर जारी हुई गाइडलाइन
GORAKHPUR: लॉकडाउन-4 में शासन की तरफ से केयर एंड प्रोटेक्शन सेंटर्स में रहने वाले बच्चों की प्रॉपर केयर का निर्देश जिम्मेदारों को मिला है। इसके अलावा जरूरतमंद प्रवासी बच्चों को भी केयर एंड प्रोटेक्शन सेंटर में चाइल्ड लाइन के जरिए रखवाया जाएगा। बाल संरक्षण अधिकारी सुमन शुक्ला ने बताया कि डेली केयर एंड प्रोटेक्शन सेंटर्स में रहने वाले 191 बच्चों का पूरा ध्यान रखा जाता है। इसके लिए जिम्मेदार डेली इन केयर सेंटर्स में पहुंच बच्चों का हालचाल लेते हैं। लॉकडाउन में शासन की तरफ से जो गाइडलाइन आई है उसका पालन किया जा रहा है। डेली बच्चों की रिपोर्ट बनाई जा रही है। उनकी दवाओं की उपलब्धता चेक की जा रही है। उनके लिए सेनेटाइजर से लगाए मास्क और खाने-पीने की क्या व्यवस्था है, इन तमाम पहलुओं पर चेक किया जाता है। हालांकि इनके केयर में जो बाहर से आया आती थीं उन्हें फिलहाल मना कर दिया गया है। जो पहले से आवासीय केयर टेकर हैं, उन्हें भी सेनेटाइजर के इस्तेमाल व प्रिकॉशन के साथ बच्चों की देखरेख करने को निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही साथ बच्चों के हाइजीन और इम्युनिटी का पूरा ख्याल रखना है। इसके लिए जो डायट चार्ट हैं, उनमें किसी प्रकार की कोई कमी भी नहीं होने दी जा रही है।
डिस्ट्रिक्ट के केयर एंड प्रोटेक्शन सेंटर्स
स्नेहालय, पादरी बाजार
बच्चों की संख्या
0-10 वर्ष - 13
10-18 वर्ष - 32
सुप्रीटेंडेंट - फादर लिजो
एशियन सहयोगी संस्थान, गीता वाटिका
बच्चों की संख्या
0-10 वर्ष - 23
सुप्रीटेंडेंट - उषा दास
प्रतीक्षा, खोराबार
बच्चों की संख्या
0-10 वर्ष - 13
10-18 वर्ष - 24
सुप्रीटेंडेंट - टेसा
आश्रय, कैंपियरगंज
बच्चों की संख्या
10-18 वर्ष - 22
सुप्रीटेंडेंट - अर्पिता
नोट- यहां दिव्यांग बच्चियां रखी गई हैं
सरस्वती शिशु गृह, गगहा
बच्चों की संख्या
0-10 वर्ष - 23
सुप्रीटेंडेंट - मनीषा ओझा
एलएस डीपी प्रोविडेंस होम, एकला गुलरिहा
बच्चों की संख्या
0-10 वर्ष - 25
10-18 वर्ष - 16
सुप्रीटेंडेंट - सिस्टर लिंसी
ये है गाइडलाइन
- डाक्टर द्वारा बच्चों का डेली हेल्थ चेकअप
- साफ-सफाई
- सोशल डिस्टेंसिंग
- हैंड वॉश
- र्आशोलेशन रूम (अगर कोई बच्चा लॉकडाउन के दौरान आए तब)
- बाहरी स्टाफ पर प्रतिबंध
- बच्चों के कपड़ों को सामूहिक धुलने की नहीं है इजाजत
- मास्क, सेनेटाइजर का प्रॉपर इस्तेमाल।
- डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के मुताबिक बच्चों के बीच कोविड-19 को लेकर अवेयरनेस प्रोग्राम
- स्वास्थ्य बिगड़ने पर हॉस्पिटल में इलाज
वर्जन
केयर एंड प्रोटेक्शन सेंटर्स में रखे गए बच्चों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। जो गाइडलाइन आई है उसी के मुताबिक बच्चों की देखरेख के लिए बाल संरक्षण अधिकारी को डेली रिपोर्ट देनी है। इसके अलावा यूनिसेफ की टीम भी लगी हुई है जो नजर रखती है।
- सरबजीत सिंह, डीपीओ