- प्रशासनिक तैयारियों का असर आया नजर

- असुविधा से बचने को बरकरार रही मुस्तैदी

GORAKHPUR : लेखपाल भर्ती परीक्षा कराने में प्रशासन पास हुआ। एक माह पहले से की गई तैयारियों का असर रविवार को नजर आया। एक लाख से अधिक परीक्षार्थियों के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था रही। परीक्षा के दौरान कलेक्ट्रेट से लेकर सेंटर तक अफसरों की निगहबानी रही। कमिश्नर, डीएम और एसएसपी सहित अन्य अफसरों ने परीक्षा केंद्रों की जांच करके जानकारी ली। कलेक्ट्रेट में अधिकारी-कर्मचारी दिनभर मुस्तैद रहे। रिजर्व ड्यूटी के लिए टीम को अलर्ट रखा गया। यूनिवर्सिटी परीक्षा केंद्र पर प्रवेश पत्र में गड़बड़ी से एक अभ्यर्थी की परीक्षा छूट गई। लेखपाल परीक्षा में महिला अभ्यर्थियों के बीच खास उत्साह नजर आया।

कड़ा कंगन छोड़ थामेंगी कड़ी-जंजीर

सिटी में रविवार को आयोजित लेखपाल भर्ती परीक्षा में महिला अभ्यर्थी भी शमिल हुई। हर केंद्र पर औसतन सौ महिला अभ्यर्थियों ने भर्ती परीक्षा दी। परीक्षा देकर बाहर निकली महिला अभ्यर्थियों को देखकर लोगों ने कहा कि अब महिलाएं किसी तरह से पीछे नहीं रहीं। ड्यूटी में लगे अफसरों और कर्मचारियों ने कहा ऐसा पहली बार हुआ जब महिलाओं ने लेखपाल भर्ती के लिए आवेदन किया। कड़ा-क ंगन पहनने वाले हाथ एग्जाम पास करने के बाद कड़ी और जंजीर थामेंगे। भूमि की पैमाइश के लिए कड़ा और जंजीर का इस्तेमाल किया जाता है। महिला अभ्यर्थियों के साथ पहुंचे फैमिली मेंबर्स भी खासे उत्साह में नजर आए।

हर केंद्र पर अफसरों की नजर

जिले के सभी 93 परीक्षा केंद्रों पर पुलिस-प्रशासन के अफसरों की नजर बनी रही। अफसरों ने हर सेंटर पर पहुंचकर परीक्षा का जायजा लिया। कमिश्नर पी गुरुप्रसाद, डीएम रंजन कुमार, एसएसपी प्रदीप कुमार दिनभर मूवमेंट में रहे। परीक्षा के नोडल अफसर सीआरओ वीके दोहरे के सामने दोहरी जिम्मेदारी रही। उन्होंने एग्जाम का कोआर्डिनेशन से लेकर हर गतिविधि पर उनकी नजर बनी रही। कलेक्ट्रेक्ट में एडीएम सिटी बीएन सिंह सहित कई अफसर दिनभर मुस्तैद रहे। रिजर्व टीम को तैयार रखा गया ताकि आपातकाल में उनको मौके पर भेजा जा सके। इसके अलावा ड्यूटी में माध्यमिक शिक्षा विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस और प्रशासनिक कर्मचारी देर रात तक ड्यूटी पर मौजूद रहे।

कर्मचारियों ने बदल दिया सेंटर

चरगांवा स्थित जनता इंटर कालेज में निर्धारित सेंटर बदल गया। परीक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही कंपनी के कर्मचारियों ने गलतफहमी में माड़ापार स्थित जनता इंटर कालेज पर परीक्षा सामग्री पहुंचा दी। इसकी जानकारी होने पर माड़ापार में परीक्षा का इंतजाम किया गया। परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों को सूचना देकर पहुंचने को कहा गया। प्रशासन की तरफ से व्हीकल का इंतजाम करके उनको माड़ापार पहुंचाया गया। इमामबाड़ा डिग्री कालेज में एक कमरा न खुलने से परेशानी हुई। एमएसआई इंटर कालेज में गेट खुलने में देरी होने से भीड़ बढ़ गई। सेंट एड्रयूज डिग्री कालेज में रुम चेंज से होने से थोड़ी देर तक अफरातफरी रही।

मेल पर मिली पेपर की सूचना

एग्जाम के लिए उपलब्ध कराए जाने वाले पेपर के बारे में लखनऊ से मेल पर सूचना दी गई। गोरखपुर के डीएम को भोर में तीन बजे पेपर के संबंध में सूचना भेज दी गई। सुबह तीन बजे से ही परीक्षा केंद्रों पर पेपर और आंसर सीट पहुंचाने का क्रम शुरू हो गया। ट्रेजरी से परीक्षा लेने के एक दौरान कंपनी से जुड़ा एक कर्मचारी अचानक अचेत हो गया। इससे उसके अगलबगल में मौजूद कर्मचारी सकते में आ गए।

सेंटर पर भटकता रहा कैंडिडेट

सरदारनगर, अहिरौली से आए विजय कुमार एग्जाम देने में चूक गए। उन्होंने लखीमपुर खीरी से आवेदन किया था। उनका परीक्षा केंद्र यूनिवर्सिटी के पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट था। वह सुबह की पाली में परीक्षा देने पहुंचे तो उनका रिकार्ड नहीं मिला। काफी जांच पड़ताल के बाद वह परीक्षा में नहीं बैठ सके। डीएम को पत्र देकर उन्होंने कार्रवाई की मांग की।

रेलवे, रोडवेज ने की विशेष व्यवस्था

भर्ती परीक्षा को लेकर प्रशासन के अलावा रोडवेज ने 43 बसेज लगाई थीं। परीक्षा के मद्देनजर बनाए गए बस स्टैंड्स पर चार-चार बसेज खड़ी रहीं। शाम को दूसरी पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद परीक्षार्थी बसेज से वापस लौटे। रोडवेज ने परीक्षा के मद्देनजर 43 बसेज लगाई थी। वहीं हजारों परीक्षार्थियों ने वापसी के लिए ट्रेंस का सहारा लिया। सहजनवां, चौरी चौरा, सरदार नगर, मानबेला के कैंडिडेट्स ने ट्रेन को ही चुना।

मैंने पहली बार लेखपाल भर्ती की परीक्षा दी। पेपर ठीक रहा। पूरी तैयारी नहीं कर सका था। फिर भी ज्यादातर क्वेश्चन सॉल्व किए इससे परीक्षा की तैयारियां का अंदाजा लग गया। मुझे डी सेट का क्चेश्चन पेपर मिला था। इसमें 80 नंबर पर पूछा गया सवाल गलत लग रहा था।

शिव कुमार, खजनी

पेपर अच्छा हुआ है। परीक्षा के लिए इंतजाम भी बढि़या रहा। किसी तरह की असुविधा नहीं हुई। पहली बार इतनी बड़ी भीड़ के बीच परीक्षा देने का मौका मिला।

दीपक पांडेय, उरुवा बाजार

यूपीएससी की तैयारी कर रहा हूं। लेखपाल भर्ती के लिए फॉर्म भर दिया था। इसमें पास होने पर कमाई का जरिया मिल जाएगा। इससे आगे की तैयारी हो सकेगी। तैयारी करने से पेपर बढि़या रहा।

विनय प्रताप सिंह, गाजियाबाद

मुझे लगा कि लेखपाल की नौकरी मिलने से बेरोजगारी दूर हो जाएगी इसलिए आवेदन कर दिया। कुल मिलाकर पेपर ठीक रहा। मेरे रुम में सिर्फ दो महिला अभ्यर्थी थीं।

कुमारी करिश्मा

लड़कियां सब परीक्षाएं दे रही हैं तो इसमें क्यों परहेज करें। मेरे घरवालों ने कहा कि इस विभाग में नौकरी करने में क्या बुराई है, इसलिए फॉर्म भर दिया। परीक्षा में पास होने की उम्मीद है।

मोहनी जायसवाल, सोनौली