गोरखपुर (ब्यूरो).मरीजों को अस्पताल के काउंटर से दवा नहीं मिल पा रही है। महिला अस्पताल की ओपीडी में हर रोज करीब 600 महिलाएं इलाज कराने पहुंचती हैं। कुछ प्रसव पीडि़ता होती है तो कुछ गर्भवतियां, कुछ अन्य बीमारियों जैसे बुखार, एसिडिटी आदि से भी पीडि़त आती हैं। एक हफ्ते से ऑपरेशन के बाद मरीज को दी जाने वाली एंटी बायोटिक, गैस की दवा, दर्द की डाइक्लोफिनेक जेल, लोशन बीटाडीन, डॉक्सीनेट आदि दवाएं खत्म हो चुका है।

केस 1-महिला अस्पताल के दोनों काउंटर पर दवा उपलब्ध न होने परेशान सविता देवी ने बताया कि डॉक्टर ने उन्हें बाहर से दवा खरीदने की सलाह दी है। इसके कारण इलाज का खर्च बढ़ गया है।

केस 2-सरस्वती देवी ने बताया कि अस्पताल में दवाएं नहीं हैं। काउंटर पर जाने पर मना कर दिया जा रहा है। इसलिए बाहर के मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदने को मजबूर हूं।

बोले हेल्थ कर्मी

महिला अस्पताल में दवा सप्लाई की जिम्मेदारी ड्रग कार्पोरेशन की है। अस्पताल से वहीं दवाओं की मांग भेजी जाती है। कार्पोरेशन की तरफ से इन दिनों दवाओं के सप्लाई में लापरवाही की जा रही है, जिसके कारण संकट गहरा गया है।

कुछ ही दवाओं की कमी हुई है। इंडेंट कर तत्काल सप्लाई की मांग की गई है। जल्द ही दवाएं काउंटर पर उलब्ध हो जाएंगी।

- डॉ। एनके श्रीवास्तव, एसआईसी, महिला अस्पताल