- तीन बार दे चुका है आईआईटी एंट्रेस

- गोलघर में पुलिस से भिड़ा था युवक

GORAKHPUR: पुलिस की सुरक्षा में सेंध लगाकर पहुंचे युवक से पुलिस हलकान रही। थाने पर उसको काबू में करने में पुलिस के पसीने छूट गए। वह बात-बात में पुलिस कर्मचारियों और आगंतुको को गाली देता रहा। उसकी बातों को सुनकर प्रतिक्रिया देने वालों को भी गाली सुननी पड़ी। कार्यक्रम खत्म होने के बाद पुलिस ने उसे थाने से छोड़ दिया। कानूनी औपचारिकता पूरी करके घरवाले उसे अपने साथ ले गए।

तीन बार एग्जाम दे चुका है रंजीत

सोमवार को डीडीयू यूनिवर्सिटी एक संदिग्ध युवक पकड़ा गया। पुलिस ने हिरासत में लेकर उसे कैंट थाना भेज दिया। कैंट थाना पहुंचने के बाद युवक ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान सामने आया कि उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है। पुलिस की सूचना पर युवक के परिजन भी पहुंच गए। युवक की पहचान मऊ जिले के हरदिया, सराय लखनसी निवासी रंजीत गुप्ता के रूप में हुई। उसके पिता परमानंद गांव पर किराना की दुकान चलाते हैं। छह भाइयों में चौथे नंबर का रंजीत आईआईटी में प्रवेश के लिए तैयारी कर रहा था। वह तीन बार इंट्रेस एग्जाम दे चुका है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि सेलेक्शन न होने से उसकी मानसिक हालत खराब हो गई।

गोरखपुर आया था उपचार कराने

पकड़े गए संदिग्ध युवक के मामा केदारनाथ थाने पर पहुंचे। पुलिस को बताया कि वह जूनियर हाई स्कूल में टीचर हैं। शाहपुर एरिया के बशारतपुर मोहल्ले में परिवार के साथ रहते हैं। उनके पिता डॉ। हरिश्चंद यूनिवर्सिटी में केमेस्ट्री डिपार्टमेंट प्रोफेसर थे। केदारनाथ ने बताया कि करीब एक साल से उनके भांजे की मानसिक हालत ठीक नहीं है। उसका उपचार मऊ के डॉक्टर अभिनव श्रीवास्तव के वहां चल रहा था। शनिवार को वह गोरखपुर उपचार कराने आया था।

सिविल लाइंस में किया था कोचिंग

केदारनाथ ने बताया कि 12वीं पास करने के बाद उनका भांजा गोरखपुर में रहा। उसने सिविल लाइंस स्थित एक कोचिंग सेंटर में आईआईटी के लिए तैयारी की। घर की माली हालत खराब होने से उसकी मानसिक हालत खराब हो गई। रविवार की शाम सात बजे उसको चौरीचौरा एक्सप्रेस में बैठाकर रवाना किया गया। लेकिन मऊ जाने के बजाय वह बस पकड़कर घर लौट आया। सोमवार को कई जगहों पर नौकरी तलाशने के बहाने घर से निकल गया। डॉक्टर को दिखाने के लिए उसकी तलाश चल रही थी।

पुलिस से भिड़ा था युवक

वीआईपी सुरक्षा घेरे में पकड़े गए युवक ने पुलिस को हलकान कर दिया। कैंट थाना पर उसने पुलिस वालों को खूब गालियां दी। फरियादियों के साथ भी वह दु‌र्व्यवहार करता रहा। खाने के लिए उसने बलदेव प्लाजा से चावल मंगाया। लेकिन होमगार्ड बाटी ले लाया। होमगार्ड के चावल न लाने पर उसने खूब खरी खोटी सुनाई। वर्दी उतरवाने की धमकी दी। अधिकांश पुलिस वालों ने उसको पहचान लिया। शनिवार को गोलघर में पुलिस ने पैदल गश्त निकाला था। तब गरीबों को उजाड़ने की बात पर वह पुलिस भिड़ गया। डीआईजी और एसएसपी को हटवाने की धमकी तक दे डाली। इस पर पुलिस ने कुछ देर तक उसको हिरासत में लिया था।

मेरे भांजे की मानसिक हालत ठीक नहीं है। जांच के बाद पुलिस ने उसको छोड़ दिया। थाने से उसको मानसिक रोग विशेषज्ञ सीबी मद्धेशिया के पास ले जाया गया। वहां उसका उपचार चल रहा है।

केदारनाथ, युवक के मामा