- सांसद कमलेश पासवान के पैड पर अपना ही नाम वोटरलिस्ट से काटने की कर दी अनुशंसा

- फिर विरोध में किया रोड जाम, जांच टीम ने पकड़ी साजिश

SARAHRI: चरगावां ब्लॉक के परमेश्वरपुर गांव में प्रधान पद के एक प्रत्याशी ने चुनावी लाभ के लिए बांसगांव सांसद के लेटर पैड का दुरुपयोग किया। सांसद के पैड पर 15 अक्टूबर को खुद सहित 77 लोगों का नाम काटने की अनुशंसा कर दी। बाद में इसे ही मुद्दा बनाकर वोटरलिस्ट से अपना नाम काटे जाने की साजिश का आरोप लगाते हुए 16 नवंबर की रात में डीएम आवास पर धरना दिया और 17 नवंबर को कुछ लोगों को साथ लेकर बालापार टिकरिया रोड को जाम कर दिया। इस दौरान पब्लिक को यह दिखाने की कोशिश की गई कि उसके खिलाफ दूसरे प्रत्याशी साजिश रच रहे हैं ताकि पब्लिक चुनाव में उसके पक्ष में हो जाए। इस मामले की जांच के लिए एसडीएम द्वारा गठित टीम ने साजिश से पर्दा उठाया है।

जांच में हुआ खुलासा

परमेश्वरपुर गांव से प्रधान पद के प्रत्याशी महेन्द्र पासवान ने कुछ लोगों के साथ 17 नवंबर को बालापार टिकरिया रोड जाम कर दिया था। आरोप लगाया कि उसके और अन्य वोटरों का नाम काटने की साजिश की गई है। साथ ही 250 लोगों के नाम फर्जी तरीके से जोड़ दिए गए हैं। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी। टीम की जांच में यह बात सामने आई 250 लोगों में 11 लोग नाबालिग हैं। 11 लोगों को छोड़कर टीम ने 239 लोगों का नाम जोड़ने की अनुशंसा कर दी। इसके बाद टीम ने नाम काटे जाने के आरोप की जांच की तो पाया कि खुद प्रत्याशी ने ही 15 अक्टूबर को उपजिलाधिकारी सदर को 77 लोगों का नाम काटने का आवेदन सांसद कमलेश पासवान के पैड पर दिया था। इसके बाद खुद ही नाम काटे जाने की बात कहते हुए 16 नवंबर को डीएम आवास पर धरना दिया और 17 नवंबर को रोड जाम कर दिया।

जांच में प्रत्याशी के दोनों ही आरोप गलत साबित हुए हैं। उसने ही सांसद कमलेश पासवान के पैड पर नाम काटने का आवेदन किया था। जांच रिपोर्ट निर्वाचन कार्यालय को भेज दी गई है।

- पंकज वर्मा, एसडीएम, सदर