-बेइज्जती का बदला लेने को परिचित ने गढ़ी लूट-मर्डर की साजिश

-गुलरिहा डबल मर्डर कांड में एक अरेस्ट, परदेस भागा मुख्य आरोपित

GORAKHPUR:

गुलरिहा एरिया के ठाकुरपुर नंबर एक, गड़हिया टोला में अनरजीत और उसकी पत्नी रीमा का मर्डर पुराने परिचितों ने किया था। जंगल से लकड़ी की तस्करी करने वाले सकलदीपुर निवासी रहीमुद्दीन उर्फ रामदीन ने अपने साथी संग मिलकर दोनों की हत्या की। बॉक्स में रखे 60 हजार रुपए, ज्वेलरी और मोबाइल फोन लूटकर फरार हो गए। इंस्पेक्टर रवि राय, इंस्पेक्टर रामभवन यादव, सरहरी चौकी प्रभारी धनंजय राय, अरविंद यादव, संतोष यादव और सर्विलांस प्रभारी धीरेंद्र राय की टीम को पुलिस अधिकारियों ने शाबासी दी है। वारदात के पर्दाफाश के लिए पुलिस कई बिंदुओं पर काम कर रही थी। इस दौरान पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए थे।

लकड़ी तस्करों पर शक, जांच में मिले सुराग

भटहट में गैस एजेंसी की गाड़ी चलवाने वाल अेनरजीत ने दूसरी शादी रीमा से की थी। पत्नी के लिए उसने ठाकुरपुर नं। एक, गड़हिया में सड़क किनारे बाग में टीनशेड का मकान बनवाया था। पांच अगस्त की सुबह दोनों की डेड बॉडी कमरे में मिली। गंभीर चोट पहुंचाकर दोनों का मर्डर किया गया था। बाक्स का सारा सामान फर्श पर बिखरा मिला। अनरजीत और रीमा के तीन मोबाइल गायब थे। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो कई पहलू सामने आए। अनरजीत और रीमा से जुड़े कई लोगों से पुलिस ने पूछताछ किया। अनरजीत के संपर्क में रहने वाले लकड़ी तस्करों के बारे में पुलिस को जानकारी मिली। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल सर्विलांस के जरिए पुलिस ने कई लकड़ी तस्करों के मोबाइल की छानबीन की। तब सामने आया कि जंगल से अवैध कटान कराने वाले रहीमुद्दीन उर्फ रामदीन ने अपने गांव के खुशबुद्दीन उर्फ कटहवा के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि रहीमुद्दीन नेपाल भागने के लिए भटहट में बस पकड़ने जा रहा है। घेराबंदी कर पुलिस ने रामनगर चौराहे के पास से उसे दबोच लिया।

पैसे के लिए करता था अपमानित

पूछताछ में रहीमुद्दीन ने पुलिस को बताया कि खुशबुद्दीन उर्फ कटहवा जंगल से अवैध लकड़ी काटता है। दोनों अनरजीत की गाड़ी लेकर लकड़ी ढुलाई करते थे। एक साल पूर्व टिकरिया जंगल से लकड़ी लादकर ले जा रहे थे। तभी वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया। इसका जुर्माना एक लाख रुपया अनरजीत ने जमा कराया। तब दोनों ने कहा था कि धीरे-धीरे रुपए लौटा देंगे। लेकिन दोनों ने अनरजीत को पैसे नहीं दिए। इसलिए वह आए दिन रुपए की मांग को लेकर दोनों को अपमानित करने लगा। अनरजीत से तंग आकर खुशबुद्दीन ने अनरजीत से रुपए लूटकर उसके मर्डर की योजना बनाई। दोनों को पता था कि दिनभर में बिक्री का सारा पैसा लेकर अनरजीत घर पर जाता है। चार अगस्त को अनरजीत के पास एक लाख 60 हजार रुपए थे। इस बात की जानकारी अनरजीत से लेने के बाद रात में दोनों वारदात को अंजाम देने पहुंच गए।

मर्डर कर फरार

रहीमुद्दीन ने बताया कि घटना के पहले शाम सात बजे दोनों अनरजीत के घर के पास बाग में जाकर छिप गए। इस दौरान दोनों ने उसके घर की रेकी की। रात में नौ बजे अनरजीत घर पहुंचा। वह पत्नी के साथ भोजन कर सो गया। रात में घर के पीछे के रोशनदान से दोनों घुस गए। बेड पर सो रहे अनरजीत और उसकी पत्नी पर हमला कर दिया। खुशबुद्दीन ने हथौड़ी में बने छीनी से अनरजीत के मुंह पर कई बार वार किया। यह भी कहा कि यह बार- बार पैसा मांगकर मुझे अपमानित करता था। दोनों की मौत होने पर अनरजीत को बेड से नीचे उतार दिया। बॉक्स में रखी 60 हजार रुपए नकदी, एक मंगल सूत्र सहित अन्य ज्वेलरी और मोबाइल ले लिया। महिला को उतार रहे थे तभी सड़क पर कोई फोर व्हीलर आ गई। जिससे डरकर दोनों दरवाजा खोलकर सामने से निकल बाग में पहुंच गए।

कपड़े और डेड बॉडी जलाने की थी योजना

रहीमुद्दीन ने पुलिस को बताया कि उनकी योजना थी कि दोनों की डेड बॉडी और उनके कपड़ों को सामने ताल के पास ले जाकर जला दी जाए। वहां से भागकर दोनों घर पर चले गए। पुलिस ने जब छानबीन की तो उनको खपड़हवा चौकी पर पूछताछ के लिए बुलाया गया। इस दौरान पुलिस को झांसा देकर बच गए। मौका देखकर खुशबुद्दीन बंगलुरु फरार हो गया। वह भागने की कोशिश कर रहा था। तभी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। दोनों आरोपी आपस में चचेरे भाई हैं। काफी दिनों से टिकरिया जंगल में अवैध लकड़ी का कारोबार कर रहे हैं।

वर्जन

एक आरोपित को अरेस्ट कर लिया गया है। दूसरे की तलाश चल रही है। दोनों ने अपमान का बदला लेने और रुपए लूटने के लिए अनरजीत और उसकी पत्‍‌नी की हत्या की। दंपति की हत्या के बाद दोनों के पास लूट के रुपए हो जाते। गाड़ी छुड़ाने में खर्च हुई रकम भी नहीं लौटानी पड़ती। इसलिए दोनों ने मिलकर घटना की साजिश गढ़ दी।

कपिल देव मिश्रा, सीओ चौरीचौरा