गोरखपुर (ब्यूरो)।पौधरोपण कर हरियाली का दायरा बढ़ाने के साथ धरा को समृद्ध बना सकते हैं। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी ग्रीन कैंपस इनिशिएटिव के तहत काम कर रही है। यहां पर कैंपस के वेस्ट से कम्पोस्ट बनाया जा रहा है।

डीडीयूजीयू में वेस्ट से बना रहे ऑर्गेनिक कम्पोस्ट

कैंपस के वेस्ट से कम्पोस्ट बनाने के लिए यूनिवर्सिटी में एक जीरो वेस्ट सेंटर है। यूनिवर्सिटी में जितने भी पत्ते गिरते हैं। उन्हें शाम तक उठा लिया जाता है। इसके बाद उससे जीरो वेस्ट सेंटर में कम्पोस्ट बनाया जाता है।

हर महीने 10 टन प्रोडक्शन

जीरो वेस्ट कैंपस के डायरेक्टर डॉ। केशव सिंह ने बताया, यूनिवर्सिटी के जीरो वेस्ट सेंटर में हर महीने 8 से 10 टन कम्पोस्ट का प्रोडक्शन होता है। यह पूरी तरह से आर्गेनिक है और इसे फॉर्मर्स को सेल किया जाता है। इस इनिशिएटिव से कैंपस में साफ-सफाई भी हो जाती है और साथ ही कुछ लोगों को रोजगार भी मिल जाता है। आने वाले समय में इसका बड़ा लाभ देखने को मिलेगा।

जीरो वेस्ट सेंटर से हर महीने 8 से 10 टन कम्पोस्ट तैयार किया जाता है। इसे बढ़ाकर 30 टन करने का टारगेट है। इसके लिए नगर निगम और सिटी के बाकी संस्थानों से बात की जाएगी।

प्रो। राजेश सिंह, वीसी, डीडीयूजीयू

क्यों मनाया जाता है वल्र्ड अर्थ डे

हर साल 22 अप्रैल को 'वल्र्ड अर्थ डे' मनाया जाता है। इसे मनाने का मकसद लोगों को पर्यावरण संरक्षण से जागरूक करवाना है। इस साल का थीम है 'इन्वेस्ट इन आवर प्लेनेटÓ अर्थात अपने ग्रह में निवेश करें।

बच्चे के जन्म पर गिफ्ट करती हैं पौधा

सिटी की फेमस गायनकोलॉजिस्ट डॉ। मधु गुलाटी एक डॉक्टर के साथ ही पर्यावरण प्रेमी भी हैं। वह उनके यहां जन्मे नवजात बच्चों के परिजनों को एक पौधा गिफ्ट करती हैं। इसे देने का मकसद होता है कि जैसे वे अपने बच्चे की देखभाल करते हैं। वैसे ही वे उस पौधे की भी देखभाल करें। डॉ। गुलाटी ने बताया कि हमें रोज ही पृथ्वी दिवस मनाना चाहिए तभी हम इसे आने वाली पीढ़ी के लिए संरक्षित कर सकेंगे। सफाई के लिए हमें हमेशा सरकार पर ही निर्भर नहीं होना चाहिए। डेली लाइफ में हम कुछ छोटे-छोटे बदलाव करें तो आगे चलकर उससे एक बड़ा बदलाव हो सकता है।

यूनिवर्सिटी में लगाए 600 पौधे

डीडीयूजीयू में ग्रीन कैंपस इनिशिएटिव से लगभग 600 पौधे लगाए जा चुके हैं, जिनसे यूनिवर्सिटी का ग्रीन ऑडिट भी बढ़ा है। वल्र्ड अर्थ डे के अवसर पर इसी के तहत एक कार्यक्रम का आयोजित हुआ। इसमें तेज धूप और गर्मी के प्रकोप को देखते हुए पशु पक्षियों के लिए पानी से भरे पात्र पूरे यूनिवर्सिटी कैंपस में विभिन्न जगहों पर स्थापित किए गए। साथ ही पौधरोपण भी किया गया। ग्रीन कैंपस इनिशिएटिव की कोऑर्डिनेटर डॉ। स्मृति मल्ल ने बताया कि हमें पौधा लगाकर उसका ध्यान रखना चाहिए। यह हमारी तरफ से पृथ्वी के लिए एक इन्वेस्टमेंट है, जिसका रिटर्न हमें आने वाले समय में छांव, ताजा हवा, फल-फूल आदि के रूप में मिलेगा। इस अवसर पर एबीवीपी यूनिवर्सिटी ईकाई मंत्री चंद्रपाल सिंह यादव, संजीव त्रिपाठी, करुणेश त्रिपाठी, अपूर्वा श्रीवास्तव, रागिनी विश्वकर्मा, रिसर्च स्कॉलर्स और बॉटनी एवं माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स मौजूद रहे।