गोरखपुर (ब्यूरो).जानकारी के मुताबिक, नए भवन का निर्माण 9.37 करोड़ रुपए से करीब आठ माह पहले कराया गया था, लेकिन कुछ कारणों की वजह से भवन में मरीज भर्ती नहीं हो रहे थे। इन सबके बीच बीआरडी मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में प्रसूताओं की संख्या बढ़ गई। प्रतिदिन 20 से 25 प्रसूताएं इलाज के लिए आ रही हैं। इसकी वजह से कॉलेज प्रशासन ने नए भवन को मरीजों के लिए खोल दिया। इस भवन में 40 बेड हैं, इसमें 20 बेड आईसीयू के हैं। इनमें 30 बेड पर इस वक्त मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। इस भवन के सभी कमरों में सेंट्रलाइजड एसी लगाया गया है। प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार ने बताया कि नए भवन में मरीजों की भर्ती के साथ ओटी भी शुरू कर दी गई है। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में मरीजों की संख्या अचानक बढ़ी है।

प्रसूताओं का बढ़ा भरोसा

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग पर प्रसूताओं का भरोसा बढ़ा है। पहले से बेहतर सुविधाएं मिलने का असर यह है कि मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है। पिछले तीन माह के आंकड़ों पर गौर करें तो हर 335 से लेकर 448 प्रसव हुए हैं। इनमें 20 सिंतबर तक 448 बच्चों का प्रसव हो चुका है। जबकि, अगस्त में 420 और जुलाई में 335 प्रसव हुए हैं। वहीं, अप्रैल और जून में प्रसव की संख्या 257 और 275 थी।

सामान्य वार्ड में बढ़ाए गए छह-छह बेड

बीआरडी मेडिकल कॉलेज की स्त्री एवं प्रसूति रोग एचओडी डॉ। वाणी आदित्य ने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सामान्य वार्ड के दोनों वार्डों में छह-छह बेड बढ़ा दिए गए हैं। इसके बाद से इन वार्डों में बेडों की संख्या 60-60 हो गई है।

स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के नए प्रसव केंद्र को पूरी तरह से शुरू कर दिया गया है। इसके ओटी में प्रसव भी हो रहे हैं।

डॉ। वाणी आदित्य, एचओडी, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग