गोरखपुर (ब्यूरो)।क्लीनिक के खुलने से ईस्ट यूपी, बिहार और नेपाल से आने वाले मरीजों को राहत मिलेगी। बिना दवा सेवन किए ही मरीजों का दर्द हमेशा के लिए ठीक होगा। विशेषज्ञ के अनुसार ईस्ट यूपी में 40 परसेंट लोग काफी दर्द से पीडि़त है। गलत तरीके से लगातार बैठने, एक्सरसाइज न करने और दर्द शुरू होने पर उसे टालते रहने की वजह से यह बीमारी होती है।

हर तरह के दर्द से राहत

एम्स में पेन क्लीनिक खुलने से अधिकांश मरीजों को इसका लाभ मिलेगा। किसी की हादसे में हड्डी टूट गई हो, ऑपरेशन के बाद भी उनका दर्द नहीं जाता हो, गठिया के दर्द से काफी परेशान हो, उन मरीजों को भी राहत मिलेगी। कैंसर व अन्य सर्जरी के बहुत से मरीज होते हैं। जिनका दर्द ऑपरेशन के बाद भी बना रहता है। बड़ी संख्या में लोग लापरवाही के कारण भी काफी समय से दर्द के शिकार हो जाते हैं। विशेषज्ञ का कहना है कि कहीं भी दर्द होने पर अपने मन में दवा न खाएं, डॉक्टर्स से संपर्क कर सकते हैं।

पता की जाएगी दर्द की जगह

पेन क्लीनिक में उन मरीजों का इलाज किया जाएगा, जिनका दर्द तीन माह से अधिक समय से हैं। अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे व सीआर्म मशीन से दर्द की सही जगह पता की जाएगा। इसके बाद दर्द के लिए जिम्मेदार नस की ब्लाक कर दिया जाएगा। नस की ठीक उस जगह ब्लाक किया जाएगा, जहां से दर्द ब्रेन में जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार उसे ब्लॉक करने से किसी तरह की प्रॉब्लम नहीं होती है।

दर्द से पीडि़त लोगों की सुविधा के लिए एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट में पेन क्लीनिक खोलने की स्कीम बनाई गई है। हमारे पास विशेषज्ञ मौजूद है। जल्द ही यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी।

- डॉ। सुरेखा किशोर, कार्यकारी डायरेक्टर एम्स